नई दिल्ली, 31 अक्तूबर : हड्डी रोगों के इलाज के लिए मशहूर सफदरजंग अस्पताल के स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर में खिलाड़ियों, अर्ध सैनिकों और नागरिकों को मांसपेशियों, हड्डियों एवं जोड़ों की चोटों का उपचार मिलने में देरी हो रही है। जिसके पीछे इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट की कमी को प्रमुख वजह बताया जा रहा है।
स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के एक अधिकारी ने बताया कि हमारे सेंटर में सीमा सुरक्षा बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल जैसे अर्धसैनिक बलों के जवानों से लेकर देश -विदेश के खिलाड़ी और अन्य नागरिक इलाज के लिए आते हैं। हमारे केंद्र में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट की कमी होने के चलते मरीजों के इलाज में बेवजह देरी हो रही है। इस संबंध में हमने अस्पताल के एमडी के माध्यम से रेडियोलॉजी विभाग से मदद मांगी थी जिसने अपने विशेषज्ञों को सप्ताह में दो दिन हमारे सेंटर में मरीजों का इलाज करने के लिए भेज दिया। मगर मरीजों की संख्या के मद्देनजर यह मदद नाकाफी है। इसलिए हम उनसे आग्रह कर रहे हैं कि इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट की सुविधा सप्ताह में एक दिन और बढ़ाकर सप्ताह में तीन दिन की जाए। मगर, हमारे आग्रह पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जिसकी वजह से मस्कुलोस्केलेटल हस्तक्षेप वाले मरीजों को लंबी अवधि तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। इस संबंध में अस्पताल का पक्ष जानने के लिए एमडी से संपर्क किया गया मगर कोई जवाब नहीं मिल सका।
क्या करते हैं इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट
ये विशेषज्ञ इमेज-गाइडेड प्रक्रियाओं को अंजाम देते हैं। एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड जैसे उपकरणों का उपयोग करके, शरीर के अंदर के अंगों को देख पाते हैं और मरीज के लिए जरुरी प्रक्रियाओं को सटीक रूप से संपन्न कर पाते हैं। इससे मरीजों को दर्द कम होता है और हेल्थ की रिकवरी तेज होती है।
Realme GT 6 भारत में लॉन्च होने की पुष्टि। अपेक्षित स्पेक्स, फीचर्स, और भी बहुत कुछ





