नई दिल्ली, 01 जनवरी : भारतीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के मद्देनजर हमने ‘वर्ष 2025 को सुधारों का वर्ष’ घोषित किया है। यह बातें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं, सुधारों और आगे की राह की प्रगति की समीक्षा के बाद मंगलवार को कही।
रक्षा मंत्री ने कहा कि ‘सुधारों का वर्ष’ सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह देश की रक्षा तैयारियों में अभूतपूर्व प्रगति की नींव रखेगा, इस प्रकार 21वीं सदी की चुनौतियों के बीच राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता सुनिश्चित करने की तैयारी करेगा। इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों को बहु-डोमेन एकीकृत संचालन में सक्षम तकनीकी रूप से उन्नत युद्ध-तैयार बल में बदलना होगा।
इन सुधारों का उद्देश्य संयुक्तता और एकीकरण पहल को और मजबूत करना और एकीकृत थिएटर कमांड की स्थापना को सुगम बनाना है। सुधारों को साइबर और अंतरिक्ष जैसे नए डोमेन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, हाइपरसोनिक्स और रोबोटिक्स जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करना है। भविष्य के युद्धों को जीतने के लिए आवश्यक संबद्ध रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाएं विकसित किया जाना है।