नई दिल्ली, 25 अगस्त : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को राजस्थान के जोधपुर में रक्षा एवं खेल अकादमी के उद्घाटन के बाद कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों ने सशस्त्र बलों को पूरा सहयोग दिया, जो इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्र की सुरक्षा केवल सरकार या सेना की नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर नागरिक, विशेषकर युवा, अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक और समर्पित रहें, तो देश किसी भी कठिनाई का सामना कर सकता है और मजबूत बन सकता है। राजनाथ सिंह ने कहा, एक सुरक्षित और मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए रक्षा, शिक्षा और खेल का मेल बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, शिक्षा ज्ञान प्रदान करती है जबकि रक्षा सुरक्षा सुनिश्चित करती है। रक्षा, शिक्षा और खेल के इस संगम से निकले छात्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश को गौरवान्वित कर सकते हैं।
रक्षा मंत्री ने पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले के परिप्रेक्ष्य में कहा, भारत जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता। आतंकवादियों ने जहां अपने धर्म के आधार पर निर्दोष लोगों की हत्या की। वहीं भारतीय सशस्त्र बलों ने अपने कर्म के आधार पर आतंकवादियों को शरण देने वालों का सफाया कर दिया। उन्होंने इस ऑपरेशन को नए भारत की पहचान बताया। उन्होंने लोगों से सशस्त्र बलों में अधिकारी के रूप में शामिल होने और राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत बनाने में योगदान देने का आग्रह किया। उनके साथ केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे।





