
नई दिल्ली, 14 अक्तूबर : श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने युवाओं को आजीविका के अवसर सुलभ कराने के लिए ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो के साथ एक करार किया है। इससे जहां गिग इकॉनमी को मजबूत करने में मदद मिलेगी। वहीं, राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) प्लेटफॉर्म के माध्यम से महिलाओं व युवाओं को प्रौद्योगिकी-सक्षम आजीविका के अवसरों तक पहुंचने में आसानी होगी।
इस अवसर पर केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने जोमैटो के साथ साझेदारी का स्वागत किया। मंत्री ने कहा कि यह प्लेटफ़ॉर्म अर्थव्यवस्था की भूमिकाओं को औपचारिक रोजगार प्रणाली में एकीकृत करेगा और युवाओं और महिलाओं को सम्मानजनक, तकनीक-सक्षम आजीविका से जोड़ेगा। उन्होंने कहा, एनसीएस पोर्टल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर नौकरी चाहने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है, जो लाखों लोगों को रोजगार और आजीविका के अवसरों से जोड़ता है। मांडविया ने कहा कि 2015 में लॉन्च किए गए इस पोर्टल ने 7.7 करोड़ से ज़्यादा रिक्तियों को जुटाया है और यह नौकरी चाहने वालों और नियोक्ताओं के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु का काम करता रहा है। करार पर हस्ताक्षर के दौरान केंद्रीय श्रम मंत्री के साथ राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और सचिव वंदना गुरनानी भी मौजूद रहे।
नई ‘एग्रीगेटर’ श्रेणी के तहत जोमैटो एनसीएस पोर्टल पर सालाना लगभग 2.5 लाख लचीले आजीविका अवसरों को सूचीबद्ध करेगा, जिससे डिलीवरी पार्टनर्स और गिग कर्मचारियों को आय के अवसरों तक पहुंचने में आसानी होगी। पिछले एक वर्ष में ही, मंत्रालय ने अमेजन, स्विगी, रैपिडो, ज़ेप्टो, मेंटर टुगेदर, हायरमी, फाउंडआईटी, टीमलीज आदि जैसे 14 प्रमुख संगठनों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे सामूहिक रूप से पांच लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। इससे नौकरी चाहने वालों और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलेगी।