Israel Strikes Iran: अल-अक्सा मस्जिद सील, इस्लामिक दुनिया में बढ़ा गुस्सा, क्या भड़केगा नया युद्ध?
Israel strikes Iran के बाद यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजरायल ने किया सील, नमाजियों को जबरन निकाला बाहर। जानें अल-अक्सा की अहमियत और क्यों भड़क सकता है नया मिडिल ईस्ट विवाद।

Israel strikes Iran के बाद यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजरायल ने किया सील, नमाजियों को जबरन निकाला बाहर। जानें अल-अक्सा की अहमियत और क्यों भड़क सकता है नया मिडिल ईस्ट विवाद।
Israel Strikes Iran: अल-अक्सा मस्जिद पर ताला, क्या मिडिल ईस्ट में भड़क गया नया युद्ध?
Israel strikes Iran की कार्रवाई ने अब मिडिल ईस्ट की धार्मिक राजनीति को भी अपनी चपेट में ले लिया है। शुक्रवार सुबह इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया और इसके तुरंत बाद यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजरायली सेना ने अचानक सील कर दिया।
Israel Strikes Iran: अल-अक्सा मस्जिद की अहमियत क्या है?
अल-अक्सा मस्जिद इस्लाम धर्म का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है। यह यरुशलम के पुराने शहर में स्थित है और पहले से ही इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष का प्रमुख केंद्र रही है। यहां आए दिन तनाव, झड़प और विरोध की खबरें सामने आती हैं। ऐसे में ईरान पर हुए हमले के बाद अल-अक्सा को बंद करना, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है और पूरे मिडिल ईस्ट में आग भड़का सकता है।
Israel Strikes Iran: नमाजियों को जबरन निकाला गया
स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार सुबह भारी संख्या में इजरायली सैनिक अल-अक्सा मस्जिद में घुसे। उन्होंने मस्जिद के अंदर मौजूद सभी नमाजियों को बाहर निकाल दिया और फिर सभी दरवाजों को बंद कर दिया। कई लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है।
क्या फिर से भड़केगा मिडिल ईस्ट?
इस कदम से यरुशलम के फिलिस्तीनी समुदाय में गुस्सा और तनाव फैल गया है। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान पर हमला और अल-अक्सा को सील करना एक साथ मिलकर मिडिल ईस्ट में एक नया युद्ध छेड़ सकते हैं। पहले भी अल-अक्सा को लेकर हुई झड़पों ने वेस्ट बैंक और गाजा में भारी हिंसा को जन्म दिया है।
इजरायल सरकार की चुप्पी
फिलहाल इजरायली सरकार ने इस फैसले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि मस्जिद को कब तक बंद रखा जाएगा। लेकिन इस कदम की दुनिया भर में आलोचना हो रही है। कई इस्लामिक देशों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई जा रही है।
क्या आने वाले दिनों में बढ़ेगा खतरा?
अगर इजरायल और ईरान के बीच तनाव और बढ़ा, और साथ ही यरुशलम जैसे संवेदनशील धार्मिक स्थल पर इस तरह की कार्रवाई जारी रही, तो मुमकिन है कि मिडिल ईस्ट एक बार फिर अराजकता और संघर्ष की चपेट में आ जाए। अल-अक्सा मस्जिद पर कोई भी हमला या बंदी, पूरे इस्लामी जगत में गहरे राजनीतिक और धार्मिक प्रभाव छोड़ सकता है।