
नई दिल्ली, 1 अगस्त : भारतीय सेना ने हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदाओं के जवाब में राहत अभियान शुरू कर दिया है। दरअसल, राज्य के विभिन्न स्थानों पर बादल फटने और छोटे पैमाने पर भूस्खलन के बाद शिमला और मंडी जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
सेना के मुताबिक बुधवार रात करीब 2:00 बजे शिमला के समेज गांव (जाखरी) में बादल फटने की घटना हुई, जिससे दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से तीन लोगों की जान चली गई और करीब 40 लोग लापता बताए गए। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और होमगार्ड वीरवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद शिमला के डिप्टी कमिश्नर ने सुबह करीब नौ बजे भारतीय सेना से सहायता की मांग की।
सेना ने क्षेत्र में बचाव कार्यों के लिए तुरंत अपने संसाधनों को तुरंत जुटाया और घटना स्थल की ओर रवाना कर दिया। फिलहाल, सेना के लगभग 125 कर्मियों की कुल क्षमता वाली तीन टुकड़ियां, एक इंजीनियर टास्क फोर्स के साथ लगभग 20 कर्मियों वाली एक मेडिकल टीम मौके पर मौजूद हैं और बचाव कार्यों को अंजाम दे रही हैं।
वहीं, मंडी से 70 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित बरोट गांव में वीरवार सुबह एक और बादल फटा, जिसके परिणामस्वरूप 10 लोग लापता बताए गए। स्थिति को संभालने के लिए एसडीआरएफ की टीम पहले से ही मौके पर है। हालांकि अतिरिक्त सहायता के लिए कोई औपचारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन मामून में एक टुकड़ी स्टैंडबाय पर है, जो आवश्यकता पड़ने पर तैनात करने के लिए तैयार है।