उत्तर प्रदेश,नोएडा: कछुओं की तस्करी: दो तस्करों को दबोचा, 33 कछुए बरामद
उत्तर प्रदेश,नोएडा: कछुओं की तस्करी: दो तस्करों को दबोचा, 33 कछुए बरामद

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश,नोएडा। ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र में वन्य जीवों की तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने पीपल्स फॉर एनजीओ की मदद से दो कछुआ तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 33 प्रतिबंधित कछुए बरामद किए हैं। दोनों आरोपी यमुना नदी से कछुए पकड़कर उन्हें अवैध रूप से बेचने का काम करते थे। एक कछुए की कीमत दो हजार रुपये बताई गई है।
पीपल्स फॉर एनजीओ एनजीओ के गौरव ने बताया कि उन्हें काफी समय से सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में कछुओं की तस्करी की जा रही है। उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर एक ट्रैप योजना बनाई। उन्होंने दिल्ली जामा मस्जिद के पास रहने वाले एक व्यक्ति हाजी नावेद से संपर्क कर 100 कछुओं की डील तय की। बातचीत के दौरान नावेद ने कछुओं की तस्करी करने वाले आरोपी रिंकू का नंबर साझा किया। इसके बाद गौरव ने खुद को ग्राहक बताते हुए रिंकू से संपर्क किया।
शनिवार को रिंकू अपने साथी सोनू के साथ एच्छर क्षेत्र के नट मडैया के पास कछुओं की डिलीवरी देने के लिए पहुंचा। जैसे ही उन्होंने कछुए सौंपने की कोशिश की, मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने दोनों को दबोच लिया। आरोपियों के पास से 33 प्रतिबंधित कछुए बरामद हुए, जिन्हें सुरक्षित वन विभाग के हवाले किया गया है। जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक का भाई पहले भी दिल्ली में वन्य जीव तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस अब इस तस्करी गिरोह के नेटवर्क को खंगाल रही है।
यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनका संबंध किन-किन बड़े तस्करों से है। अब तक कितने कछुओं की तस्करी हो चुकी है। दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। कछुओं को वन विभाग की निगरानी में सुरक्षित रखा गया है। विभाग का कहना है कि कछुओं को जल्द प्राकृतिक आवास में छोड़ने की प्रक्रिया की जाएगी।