देश में हरियाणा का मतलब है खेल, इसको बरकरार रखें – खेल मंत्री गौरव गौतम
10 साल में प्रदेश की सरकार ने खिलाड़ियों को 592.84 करोड़ रूपये नकद अवार्ड के तौर दिया – श्री गौरव गौतम
खेल मंत्री ने ताउ देवीलाल खेल स्टेडियम में ली अधिकारियों की पहली बैठक
रिपोर्ट : पार्वती रमोला
पंचकूला, 24 अक्तूबर – खेल मंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि देश में हरियाणा का मतलब खेल है। जब भी विश्व के किसी कोने में किसी खेल का आयोजन होता है तो देश भर के मेडल के लिए हरियाणा प्रदेश पर नजरें बनी रहती है। आगे भी ये स्थिति बरकरार बनाए रखने के लिए खेलों को ओर बेहतर बनाना है।
खेल मंत्री श्री गौरव गौतम आज पंचकूला के ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में खेल विभाग के अधिकारियों की आयोजित पहली बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने विभाग की योजनाओं, सुविधाओं समेत विस्तृत जानकारी हासिल की। अधिकारियों को खेलों को बेहतर करने के सुझाव मांगे और सुधार के लिए निर्देश भी दिए। उनके साथ खेल विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी श्री नवदीप सिंह विर्क, डायरेक्टर श्री यशेन्द्र सिंह, अतिरिक्त डायरेक्टर पदम सिंह भी मौजूद रहे।
खेल मंत्री ने जिला खेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो अपने जिला के सभी खेल स्टेडियमों, नर्सरियों और अन्य स्थलों का निरीक्षण करें। इन स्थानों पर जो खिलाड़ी कोचिंग ले रहे हैं, उनको मिलने वाली सुविधाओं का विशेष ध्यान रखें। साथ ही उनके खेलो की आउटपुट रिपोर्ट तैयार करें। रिपोर्ट के साथ अपने सुझाव भी विभाग को भेजें। उन्होंने कहा कि रजिडेंशल अकादमी में खिलाड़ियों के रहने की सुविधा, साफ-सफाई की व्यवस्था और खाने की व्यवस्थाओं की जांच करें। उन्होंने निर्देश दिए कि इन अकादमियों का माहौल ऐसा होने चाहिए कि खिलाड़ियों को लगे कि वो अपने घर पर ही अभ्यास कर रहे हैं।
श्री गौरव गौतम ने नर्सरियों व स्टेडियमों में नियुक्त कोचों को कहा कि विभाग का आधार खिलाड़ी हैं। खिलाड़ियों और उनके परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार होना चाहिए। शालीन भाषा से खिलाड़ियों को आगे बढ़ाएं। ऐसा होने से खिलाड़ियों का सरकारी तंत्र की तरफ रूझान बढ़ेगा, परिजन अपने बच्चों को और ज्यादा संख्या में भेजना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मन के करीब का कार्यक्रम है। इसको लेकर खिलाड़ियों को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य अच्छा का करके खेलों को और अधिक बेहतर बनाना है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए खेल मंत्री ने बताया कि पिछली सरकार में 38.45 करोड़ रूपये नकद अवार्ड दिया गया था जबकि पिछले 10 साल में प्रदेश की सरकार ने 592.84 करोड़ रूपये नकद अवार्ड के तौर पर दिया है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड विजेता को 15 लाख की राशि को बढ़ाकर 1.5 करोड़ रूपये, एशियन गेम में गोल्ड विजेता को 25 लाख की राशि को बढ़ाकर 3 करोड़ रूपये और ओलम्पिक में गोल्ड विजेता को 5 करोड़ रूपये की राशि बढ़ाकर 6 करोड़ रूपये किया गया।
बैठक में विभाग के उच्च अधिकारियों, जिला खेल अधिकारियों समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।