हाई पावर कमेटी की संस्तुति सार्वजनिक न करने पर हंगामा, किसान संगठन बैठे धरने पर
हाई पावर कमेटी की संस्तुति सार्वजनिक न करने पर हंगामा, किसान संगठन बैठे धरने पर
अमर सैनी
नोएडा। ग्रेटर नोएडा में किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान सैकड़ों किसान एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके बाद किसान कलेक्ट्रेट परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
इस दौरान किसान सभा, किसान परिषद, जय जवान जय किसान मोर्चा, किसान संघर्ष समिति ऐच्छर, संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने धरना दिया।
उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए संस्तुति देने के लिए गठित हाई पावर कमेटी की संस्तुतियां अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई हैं। बृजेश भाटी ने कहा कि 10 प्रतिशत भूखंड, नया कानून, बस्तियों की लीज बैक और भूमिहीनों की दुकानों में आरक्षण के प्रावधान को लागू करने के आंदोलन में कमेटी की संस्तुति सार्वजनिक करने के लिए तीसरे और अंतिम चरण का आंदोलन किया जा रहा है। इन समस्याओं का समाधान होने पर ही आंदोलन समाप्त होगा। किसानों ने कहा कि 10 प्रतिशत भूखंडों के मुद्दे को लेकर किसान सभा बेहद गंभीर है। सरकार द्वारा किसानों के मुद्दों की अनदेखी किए जाने से आक्रोश दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मुद्दों का समाधान किए बिना आंदोलन समाप्त नहीं होगा। किसानों ने कहा कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है, मुद्दों का समाधान करना तो दूर, सिफारिशों को भी दबा रही है, सिफारिशें सरकार को सौंप दी गई हैं और सार्वजनिक दस्तावेज बन गई हैं। इसके बावजूद सिफारिशों को छिपाना सरकार की नीयत में खोट दर्शाता है। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि किसानों के 10 प्रतिशत भूखंडों और नए अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग पिछले 15 वर्षों से लंबित है, इतना ही नहीं किसानों के लीजबैक के मुद्दे, जिन पर पिछले वर्ष सुनवाई हुई थी, जिनके नियम और कानून पहले ही बन चुके हैं, उन्हें भी जानबूझकर लंबित रखा गया है। कलेक्ट्रेट पहुंचे हजारों किसान जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, उनका धरना और प्रदर्शन जारी रहेगा।