Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के 54 सेक्टर्स तक पहुंचा गंगाजल, ग्रेनो वेस्ट में मार्च 2026 तक मिलेगा साफ पेयजल

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के 54 सेक्टर्स तक पहुंचा गंगाजल, ग्रेनो वेस्ट में मार्च 2026 तक मिलेगा साफ पेयजल
नोएडा। ग्रेटर नोएडा के लाखों निवासियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। वर्षों से प्रतीक्षित गंगाजल आपूर्ति परियोजना अब धरातल पर उतरती हुई दिखाई दे रही है। ग्रेटर नोएडा के 54 सेक्टरों में गंगाजल की सप्लाई आधिकारिक रूप से शुरू हो चुकी है, जबकि सबसे अधिक आबादी वाले ग्रेनो वेस्ट क्षेत्र में मार्च 2026 तक गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस दिशा में प्राधिकरण तेजी से काम कर रहा है और उम्मीद है कि आने वाले एक वर्ष में यहां के लोगों को पीने के लिए स्वच्छ और बेहतर गुणवत्ता वाला पानी मिलने लगेगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत वर्ष 2008 में हुई थी, जब पहली बार गंगाजल को ग्रेटर नोएडा तक लाने की योजना बनाई गई थी। हालांकि, सरकारी प्रक्रियाओं, फंड मंजूरी में देरी, दिल्ली में नए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण एवं पाइपलाइन के अनुमोदन जैसी जटिलताओं के चलते यह योजना वर्षों तक रुकी रही। वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री द्वारा इसे प्राथमिकता योजना घोषित किए जाने के बाद निर्माण कार्य ने तेज गति पकड़ी और रुकावटें लगातार हटाई जाने लगीं। परियोजना पर करीब 850 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
गंगनहर से ग्रेटर नोएडा तक पानी लाने के लिए लगभग 150 किलोमीटर लंबी मुख्य पाइपलाइन बिछाई गई है। इसके साथ ही ओवरहेड टैंक, अंडरग्राउंड टैंक, ट्रीटमेंट सुविधाएं और पंपिंग स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण ढांचे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मिलकर कुल 166 किमी पाइपलाइन नेटवर्क स्थापित करने की योजना बनाई थी, जिसमें से 150 किमी पूरा हो चुका है।
वर्तमान में सेक्टर 1, 2, 3, 4, 5, 10, 12 सहित ग्रेटर नोएडा वेस्ट के कई पॉकेट, टेक जोन-4 एवं अन्य क्षेत्रों में सप्लाई की तैयारी अंतिम चरण में है। प्राधिकरण का कहना है कि ग्रेनो वेस्ट में आबादी अधिक होने और पानी की गुणवत्ता अत्यंत खराब होने के कारण इसे फर्स्ट प्रायरिटी जोन बनाया गया है। यहां के अधिकांश परिवार पीने के पानी के लिए आरओ सिस्टम पर निर्भर हैं, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ता है।
पहली बार अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी गंगाजल पहुंचाने का निर्णय लिया है, जिसके लिए गांवों में बूस्टर पंपिंग स्टेशन, वितरण पाइपलाइन और अंडरग्राउंड स्टोरेज टैंक तैयार किए जा रहे हैं।
गंगाजल शुरू होने से मिलने वाले प्रमुख लाभों में खारे पानी से मुक्ति, पानी के TDS में भारी कमी (900–1200 से घटकर 250–300), RO पर निर्भरता कम होना, घरेलू पाइपलाइन में ब्लॉकेज में कमी, त्वचा और बालों की समस्याओं से राहत, और कपड़ों-बर्तनों पर स्केलिंग में कमी शामिल होगी।
स्थानीय निवासियों में इस परियोजना को लेकर काफी उत्साह है, क्योंकि यह लंबे समय से उनकी सबसे गंभीर समस्याओं में से एक रही है। मार्च 2026 तक ग्रेनो वेस्ट में गंगाजल पहुंचने से क्षेत्र में रहने वाले लाखों लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलने की उम्मीद है।





