E shram Portal Benefits: अनऑर्गनाइज्ड और गिग वर्करों के जीवन में उम्मीद की किरण, ई-श्रम पोर्टल से 14 योजनाओं का लाभ आसान

E shram portal benefits: अनऑर्गनाइज्ड और गिग वर्करों के जीवन में उम्मीद की किरण, ई-श्रम पोर्टल से 14 योजनाओं का लाभ आसान
नई दिल्ली, 1 दिसंबर। देश के करोड़ों अनऑर्गनाइज्ड वर्करों और तेजी से बढ़ते गिग एवं प्लेटफॉर्म वर्करों के चेहरों पर अब राहत की चमक नजर आ रही है। कारण है सेल्फ-डिक्लेरेशन बेसिस पर यूनिवर्सल अकाउंट नंबर जारी करने की केंद्र सरकार की अनूठी पहल, जिसके चलते 31.38 करोड़ अनऑर्गनाइज्ड वर्कर और 5.09 लाख से अधिक गिग वर्कर अब सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण के माध्यम से ये सभी 14 प्रमुख सरकारी योजनाओं के पात्र बन चुके हैं, जिनमें बीमा, स्वास्थ्य, पेंशन, रोजगार और आवास जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने 26 अगस्त 2021 को अनऑर्गनाइज्ड वर्करों, गिग और प्लेटफॉर्म वर्करों के लिए ई-श्रम (नेशनल डेटाबेस ऑफ अनऑर्गनाइज्ड वर्कर्स) पोर्टल लॉन्च किया था। इसके ज़रिए आधार लिंक सेल्फ डिक्लेयरेशन पर यूएएन जारी किया जाता है और इसी यूएएन के आधार पर वर्कर कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले पा रहे हैं। नवंबर 2025 तक ही 31.38 करोड़ अनऑर्गनाइज्ड वर्कर और 5.09 लाख गिग-प्लेटफॉर्म वर्कर रजिस्टर हो चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
केन्द्र सरकार ने 2025-26 के बजट घोषणाओं में गिग वर्करों के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए कई बड़े कदम उठाए हैं, जिनमें ई-श्रम रजिस्ट्रेशन, पहचान पत्र जारी करना और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ का विस्तार प्रमुख है। इसके साथ ही रोजगार बढ़ाने और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (Employment-Linked Incentive Scheme) लागू कर रही है। करीब 99,446 करोड़ रुपये की लागत वाली यह योजना दो वर्षों में 3.5 करोड़ रोजगार सृजित करने का लक्ष्य रखती है।
नेशनल करियर सर्विस पोर्टल के माध्यम से युवाओं और वर्करों को सरकारी-निजी नौकरियों की जानकारी, जॉब फेयर, करियर काउंसलिंग, स्किल कोर्स और जॉब-मैचिंग सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वहीं शिकायत समाधान पोर्टल पर वर्कर सैलरी, ग्रेच्युिटी, मातृत्व लाभ, गैर कानूनी तरीके से नौकरी समाप्त करने, इंडस्ट्रियल विवाद सहित अन्य शिकायतें दर्ज कर समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
14 प्रमुख योजनाओं में पंजीकरण संख्या:
● वन नेशन वन राशन कार्ड – 24,15,55,436
● आयुष्मान भारत-पीएम-जेएवाई – 15,10,06,017
● प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना – 8,49,72,519
● मनरेगा – 6,16,93,566
● प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि – 3,94,74,997
● प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना – 2,25,52,084
● प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण – 98,06,495
● पीएम स्वनिधि – 32,38,555
● प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना – 31,58,528
● प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी – 24,83,426
● इंदिरा गांधी नेशनल विडो पेंशन – 11,71,070
● इंदिरा गांधी नेशनल डिसेबिलिटी पेंशन – 1,67,068
● प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना – 23,803
सरकार का दावा है कि ई-श्रम पोर्टल न सिर्फ सुरक्षा कवरेज बढ़ा रहा है बल्कि करोड़ों श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित हो रहा है।





