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दिल्ली में हीट स्ट्रोक के चलते श्रमिक की मौत, पहला मामला आरएमएल में दर्ज

-तेज बुखार होने के बाद साथी कर्मचारियों द्वारा अस्पताल में लाया गया था मरीज

नई दिल्ली, 30 मई: चिलचिलाती गर्मी और लू ने देश के अन्य हिस्सों की तरह राजधानी दिल्ली में भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है जिसके चलते एक शख्स की हीट स्ट्रोक के कारण बुधवार को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई। यह शख्स बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला था और दिल्ली में पाइपलाइन फिटिंग की एक फैक्टरी में काम करता था। उसे सोमवार की रात अस्पताल में भर्ती किया गया था।

इस संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीड़ित शख्स (40 वर्ष) एक कमरे में बिना कूलर या पंखे के रह रहा था। उसे बहुत तेज बुखार हो गया था जिस वजह से उसके साथी कर्मचारी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लेकर आए थे। मेडिकल जांच में पता चला उसके शरीर का तापमान 107.7 डिग्री फारेनहाइट है। मरीज की गंभीर हालत के मद्देनजर उसे पहले हीट स्ट्रोक यूनिट में उपचार दिया गया और फिर आईसीयू में भर्ती कर लिया गया। लेकिन दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। मृतक शख्स पिछले पांच सालों से दिल्ली में काम कर रहा था।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यह हीट स्ट्रोक का सामान्य मामला है जिसके चलते मरीज की जान गई है। आमतौर पर हीट स्ट्रोक दो तरह के होते हैं। पहला हीट स्ट्रोक सामान्य या क्लासिक होता है जिसमें व्यक्ति की उम्र या फिर स्वास्थ्य स्थितियां जिम्मेदार होते हैं। दूसरा, धूप में बाहर जाने के कारण या फिर गर्मी में बाहर काम करने की वजह से कुछ ही घंटों में हो जाता है।

आरएमएल अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के प्रोफेसर और हीट स्ट्रोक यूनिट के नोडल अधिकारी डॉ. अजय चौहान ने बताया कि पिछले हफ्ते हीट स्ट्रोक यूनिट में 6-7 मरीज भर्ती हुए थे। इनमें से दो स्थिर हालत में थे जिन्हें उसी दिन अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। जबकि दो मरीज अभी भी अस्पताल में ही हैं। उनमें से एक हीट एग्जॉशन का मामला है। डॉक्टर चौहान ने बताया कि उन दोनों मरीजों में से एक निजी कंपनी में काम करता है और दूसरा बिना एसी या कूलर वाले घर की सबसे ऊपरी मंजिल पर रहता है।

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