
Delhi: निगम पार्षद रेनू चौधरी से परेशान लोगों ने पार्षद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की
रिपोर्ट: रवि डालमिया
पूर्वी दिल्ली की भाजपा से पार्षदा रेनू चौधरी कि अपने ही इलाके में एमसीडी का नाजायज फायदा उठाकर लोगों को कर रही है परेशान वही जब लोगों से बात की तो लोगों ने कहा कि रेनू चौधरी लोगों को परेशान करती है जो लोग निगम पार्षद की बात नहीं मानते तो वह एमसीडी के कर्मचारियों को लाकर उनके घर हो या दुकान के बाहर तोड़फोड़ करना शुरू कर देती हैं वही एक मामला मयूर विहार फेस 1 DDA की पंकज प्लाजा मार्केट में एक कैफे के बाहर निगम पार्षद एमसीडी कर्मचारी के साथ पहुंचती है और वहां पर तोड़फोड़ करना शुरू कर देते हैं.
वही कैफे चला रही डायना नाम की युवती ने कहा कि कुछ दिन पहले निगम पार्षद रेनू चौधरी मेरे पास आई और साथ वाली दुकान के लिए कहने लगी की इस दुकान को आप लोग किराए पर ले लो या इसे खरीद लो तो युवती ने कहा कि नहीं यह एक विवादित दुकान है जिसका केस कोर्ट में चल रहा है हम ना तो इस दुकान को खरीदेंगे और ना ही इसे किराए पर लेंगे उसके बाद निगम पार्षद ने मुझे धमकी दी और कहा कि या तो अपने कैफे के सामने वाला एरिया जो आप फ्री में इस्तेमाल कर रहे हैं इसके पैसे मुझे दो नहीं तो मैं यह सारा एरिया को में एमसीडी बुलाकर तुड़वा दूंगी युवती ने कहा कि यह जगह एमसीडी के नहीं DDA के अंदर आती है .
उसके बावजूद भी वह अपने साथ एमसीडी के कर्मचारी के साथ मौके पर पहुंचती हैं और उसे जगह को तोड़ने लगते हैं जब इन्होंने विरोध किया तब भी उसने नहीं सुनी और वह एमसीडी कर्मचारियों को बोलने लगी कि जल्दी से जल्दी इस एरिया को तोड़ दिया जाए उसके बाद पुलिस में निगम पार्षद रेनू चौधरी के खिलाफ एक कंप्लेंट दर्ज कराई गई इसके बाद वह काम रोक दिया गया।
वहीं मार्केट और आम जनता का कहना है कि निगम पार्षद अवैध रूप से रेहड़ी पटरी लगवाती हैं और जबरन लोगों से पैसे की मांग करती हैं जो नहीं देता है उसके खिलाफ एमसीडी में कंप्लेंट कर उन लोगों को परेशान किया जाता है अब देखना यह होगा कि जो एरिया एमसीडी के अंदर नहीं आता उसे भी एमसीडी के कर्मचारी तोड़ने पहुंच जाते हैं वहीं लोगो ने कहा कि हमारी बात डिप्टी कमिश्नर से हुई है उन्होंने कहा है कि हमने कोई भी ऐसा आर्डर अपने एमसीडी अधिकारियों को नहीं दिया है अगर एमसीडी के बड़े अधिकारी इस बात को मना कर रहे हैं तो क्या फिर वह निगम पार्षद के कहने पर अपनी नौकरी को दाव पर लगा रहे हैं और जब हमने निगम पार्षद रेणु चौधरी से बात करनी चाहिए तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया कि मैं इस बारे में मुझे कोई बात नहीं करना चाहती।