Cyber Fraud Noida: शेयर बाजार में निवेश के नाम पर इंजीनियर से 50 लाख रुपये की साइबर ठगी, व्हाट्सऐप ग्रुप और फर्जी ऐप का इस्तेमाल कर बनाया गया शिकार

Cyber Fraud Noida: शेयर बाजार में निवेश के नाम पर इंजीनियर से 50 लाख रुपये की साइबर ठगी, व्हाट्सऐप ग्रुप और फर्जी ऐप का इस्तेमाल कर बनाया गया शिकार
साइबर अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अब उन्होंने निवेश की चाह रखने वाले लोगों को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर ठगी शुरू कर दी है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले एक इंजीनियर के साथ ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां ठगों ने शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर 50 लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर अपराध थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार ग्रेटर नोएडा वेस्ट के उपवन सोसाइटी में रहने वाले राजेंद्र डोगरा गुजरात की एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। राजेंद्र को शेयर बाजार में निवेश करने का शौक है और इसी रुचि का फायदा उठाकर साइबर अपराधियों ने उन्हें अपने जाल में फंसा लिया। पीड़ित ने बताया कि 20 सितंबर को प्रवीण पटेल नाम के व्यक्ति का फोन आया जिसने स्वयं को शेयर मार्केट विशेषज्ञ बताया और दावा किया कि वह अमेरिका से लौटा है तथा शेयर बाजार में ट्रेनिंग देता है।
प्रवीण ने राजेंद्र को एक व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा जहां शुरुआत में विभिन्न निवेश और लाभ के बारे में लेक्चर दिए गए। इसके बाद उसने राजेंद्र को ‘टेनकोर’ नाम का एक ऐप डाउनलोड करने और उसमें सेबी पंजीकरण की बात कहकर भरोसा दिलाया। राजेंद्र ने ऐप में 50 हजार रुपये का प्रारंभिक निवेश किया। दो दिन बाद आरोपी ने नौ हजार रुपये मुनाफे के रूप में उनके खाते में भेज दिए, जिससे पीड़ित का विश्वास मजबूत हो गया और उन्होंने लगातार कई किश्तों में निवेश करना शुरू कर दिया।
चार अक्तूबर से 23 अक्तूबर के बीच राजेंद्र ने कुल 50 लाख पांच हजार रुपये ऐप में जमा कर दिए। जब उन्होंने मुनाफे सहित पूरी राशि निकालने का प्रयास किया तो ठगों ने 15 प्रतिशत टैक्स के रूप में और पैसा जमा कराने की मांग कर दी। संदेह होने पर पीड़ित ने लेनदेन रोक दिया, जिसके तुरंत बाद ठगों ने सभी संपर्क तोड़ लिए और व्हाट्सऐप ग्रुप भी डिलीट कर दिया।
इसके बाद राजेंद्र ने एनसीआरपी पोर्टल तथा साइबर अपराध थाना में शिकायत दर्ज कराई। एडीसीपी साइबर सेल शैव्या गोयल के अनुसार पुलिस ने बैंक खातों की जानकारी जुटाकर रकम को फ्रीज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और ठगों की तलाश में विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस का कहना है कि साइबर गिरोह बेहद संगठित तरीके से इस प्रकार की ठगी को अंजाम दे रहे हैं और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
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