CM Sukhvinder Singh Sukhu: मुख्यमंत्री सुक्खू ने 66 पैट्रोलिंग वाहनों को रवाना किया, हिमाचल में चिट्टे के खिलाफ बड़े अभियान की घोषणा

CM Sukhvinder Singh Sukhu: मुख्यमंत्री सुक्खू ने 66 पैट्रोलिंग वाहनों को रवाना किया, हिमाचल में चिट्टे के खिलाफ बड़े अभियान की घोषणा
शिमला, 4 नवम्बर 2025 — मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को शिमला के ऐतिहासिक चौड़ा मैदान से 66 अत्याधुनिक पैट्रोलिंग वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये सभी वाहन हिमाचल प्रदेश के दस जिलों — शिमला, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चंबा — में पुलिस विभाग की सेवा में लगाए जा रहे हैं। 18.42 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए इन वाहनों में 35 इलेक्ट्रिक वाहन, 14 इंटरसेप्टर वाहन, 10 रैकर वाहन और 7 डीजल 4WD वाहन शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वाहनों की तैनाती से प्रदेश में सड़क सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को नई दिशा मिलेगी।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य केवल सड़क दुर्घटनाओं को कम करना नहीं, बल्कि एक सुरक्षित, स्मार्ट और आपदा प्रतिरोधी परिवहन व्यवस्था का निर्माण करना है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है, जो पुलिस, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियों के समन्वित प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि रैकर वाहनों की तैनाती से दुर्घटनाओं के बाद सड़कों को जल्दी खाली कर यातायात को सामान्य बनाने में आसानी होगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि राज्य सरकार हमीरपुर में लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक सड़क सुरक्षा नियंत्रण एवं कमांड सेंटर स्थापित करने जा रही है। यह सेंटर पूरे प्रदेश में लगाए जा रहे हाई-टेक निगरानी कैमरों से जुड़ा होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली पुलिस विभाग को ई-चालान, यातायात नियंत्रण, निगरानी और सड़क अनुशासन को प्रभावी रूप से लागू करने में मदद करेगी। सुक्खू ने कहा कि इस तकनीकी प्रणाली से सड़क सुरक्षा में सुधार के साथ-साथ राज्य को अतिरिक्त राजस्व भी प्राप्त होगा।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश स्टेट रोड ट्रांसफॉर्मेशन परियोजना के तहत पुलिस विभाग के लिए 3373 सड़क सुरक्षा प्रवर्तन उपकरणों की खरीद पर लगभग 60 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। ये उपकरण दस जिलों में वितरित किए जाएंगे, जिससे प्रदेश की सड़क सुरक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल पुलिस को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है ताकि इसे देश की सबसे कुशल पुलिस बलों में शामिल किया जा सके।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में हाल ही में 1200 नए कांस्टेबलों की भर्ती की गई है, जिससे कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, आठ साल बाद बी-1 टेस्ट के माध्यम से पुलिस प्रमोशन की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार जल्द ही “चिट्टे के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभियान” शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि नशे की इस सामाजिक बुराई के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी और इसमें पुलिस, प्रशासन तथा समाज की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, विधायक संजय अवस्थी, नीरज नैयर, विवेक शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत, पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से कहा कि सड़क सुरक्षा, कानून व्यवस्था और नशे के खिलाफ अभियान को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया जाए, ताकि हिमाचल प्रदेश एक सुरक्षित, जागरूक और जिम्मेदार राज्य के रूप में देश में उदाहरण बन सके।





