उत्तर प्रदेश : हापुड़ में कावड़ यात्रा को लेकर रूट डायवर्जन प्लान तैयार, जाने कब से होगा लागू
श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान हापुड़ में आने-जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं...

Hapur News : श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान हापुड़ में आने-जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सुगम आवाजाही को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने व्यापक रूट डायवर्जन प्लान तैयार किया है। यह प्लान पूरे श्रावण माह में चार चरणों में लागू किया जाएगा।
रूट डायवर्जन प्लान
– पहला चरण 12 जुलाई से 14 जुलाई तक लागू रहेगा।
– दूसरा चरण श्रावण शिवरात्रि के मौके पर 19 जुलाई से 25 जुलाई तक चलेगा।
– तीसरा चरण 26 जुलाई से 28 जुलाई तक और चौथा तथा अंतिम चरण 2 अगस्त से 4 अगस्त तक लागू रहेगा।
भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग
– दिल्ली और गाजियाबाद से मुरादाबाद व बरेली की ओर जाने वाले भारी वाहन अब लालकुआं से दादरी, सिकंदराबाद, डासना होते हुए पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के जरिए दादरी जीटी रोड उतरेंगे।
– हरियाणा, राजस्थान व एनसीआर से मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, हरिद्वार व देहरादून की ओर जाने वाले भारी वाहन छिजारसी टोल से निजामपुर फ्लाईओवर, सोना पंप फ्लाईओवर, ततारपुर चौराहा, ट्याला अंडरपास, किठौर, परिक्षितगढ़, मवाना, बहसूमा होकर आगे की ओर भेजे जाएंगे।
छोटे और हल्के वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग
– दिल्ली और गाजियाबाद की ओर से मुरादाबाद और बरेली जाने वाले वाहन जासना से पेरिफेरल एक्सप्रेस होकर दादरी जीटी रोड से उतरेंगे और सिकंदराबाद, बुलंदशहर, नरौरा, बबराला, डिबाई, चंदौसी के रास्ते मुरादाबाद को जाएंगे।
– मेरठ से मुरादाबाद के लिए छोटे वाहन मवाना रोड, मीरापुर बैराज, बिजनौर, नगीना, धामपुर, कांठ, छजलैट के रास्ते भेजे जाएंगे।
ब्रजघाट से जल लेने वाले कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था
– ब्रजघाट से जल लेकर अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर व बरेली की ओर जाने वाले कांवड़िए ब्रजघाट की ओर से एनएच-9 की निर्धारित लेन पर चलेंगे।
– जो कांवड़िए ब्रजघाट से जल उठाकर हापुड़, मेरठ, बागपत और बुलंदशहर की ओर जा रहे हैं, उन्हें भी एनएच-9 की निर्धारित पटरी यानी ब्रजघाट से हापुड़ की ओर जाने वाली बायीं सड़क से ही भेजा जाएगा।
ट्रैफिक कंट्रोल रूम अलर्ट
– पूरे रूट पर जगह-जगह पुलिस पिकेट और वॉच टावर लगाए गए हैं।
– ड्रोन कैमरों के जरिए भीड़ पर नजर रखी जा रही है।
– कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे सक्रिय रहेगा।
कांवड़ियों की सुविधा के लिए
– मेडिकल टीम, जलपान और विश्राम स्थलों की व्यवस्था की गई है।