उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा स्टेडियम में जल्द होंगे दिन-रात के मैच, इस दिशा में काम शुरू
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा स्टेडियम में जल्द होंगे दिन-रात के मैच, इस दिशा में काम शुरू

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। सेक्टर-21 ए स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में जल्द ही रात दिन मुकाबले होंगे। स्टेडियम में फल्ड लाइट लगाई जाएंगी। इसके लिए नई कंपनी का चयन किया जाएगा। नई कंपनी करीब 15 सालों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का संचालन करेगी।साथ ही पुरानी कंपनी की ओर से छोड़े गए अधूरे कार्य को पूरा करेगी। जिसमें फल्ड लाइट, कुर्सी, ड्रेसिंग रूम, लिफ्ट का कार्य शामिल है। बता दें नोएडा प्राधिकरण ने संचालन करने वाली पहली कंपनी फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया को बर्खास्त कर दिया है।
अब रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) जारी की जाएगी, जिसमें हिस्सा लेने वाली कंपनियों में किसी एक कंपनी का चयन किया जाएगा। यहीं कंपनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का संचालन और अधूरे काम पूरे कराएगी। बता दे पुरानी कंपनी को स्टेडियम में फ्लड लाइट लगाने व दर्शक दीर्घा में कुर्सी लगाने के साथ दूसरी सुविधाएं विकसित करनी थी। इसके अलावा प्रतिमाह होने वाली एक लाख रुपये की आय को बढ़ाने के लिए भी प्रयास करने थे।
कोई बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन भी नहीं हो सका। लीज के तीन साल बीत जाने के बाद भी कंपनी ने इस दिशा में काम नहीं दिया। करीब 400 करोड़ रुपये खर्च कर बनाए गए अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम में बेहतर इंफ्रा होने के बावजूद रणजी स्तर के मैचों की भी मेजबानी नहीं हो सकी। स्टेडियम केवल शौकिया मैचों का आयोजन स्थल बनकर रह गया है। ऐसे में आरएफपी के जरिये आने वाली कंपनी इसके अधूरे कार्य को पूरा करने के साथ यहां बड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करेगी।
सिविल विभाग उप महाप्रबंधक विजय कुमार रावल ने बताया कि यह स्टेडियम किसी क्रिकेट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को देने की बात है। ताकि नोएडा के उभरते हुए खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय पटल पर स्थान बना सके।
जल्द पूरा होगा सिंथेटिक एथलेक्टिस ट्रैक का काम
जिले का पहला सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक काम जल्द पूरा हो जाएगा। इसे सेक्टर-21 ए स्थित नोएडा स्टेडियम में बनाया जा रहा है। ट्रैक की लंबाई 300 मीटर है। इसके निर्माण में करीब तीन करोड़ रुपये खर्च हो रहे है। इसके पूरा होने के बाद करीब 200 से अधिक नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ियों को फायदा होगा।
सिथेंटिक ट्रैक का इस्तेमाल 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर और बाधा दौड़ समेत अन्य खेलों के लिए किया जा सकेगा। इसके बीच में खाली हिस्से पर लंबी कूद, ऊंची कूद, डिस्कस थ्रो, हैमर थ्रो, शाटपुट, भाला फेंक और पोल वाल्ट खेल का आयोजन हो सकता है। इसका काम तेजी से किया जा रहा है।
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