उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: विदेश में नौकरी और घर बैठे कमाई के नाम पर 18 लाख ठगे
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: विदेश में नौकरी और घर बैठे कमाई के नाम पर 18 लाख ठगे
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अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। साइबर अपराधियों ने विदेश में नौकरी लगवाने और घर बैठे पैसे कमाने के नाम पर युवती समेत दो लोगों से 18 लाख रुपये ठग लिए। जालसाजों द्वारा लगातार पैसों की मांग जारी रहने पर पीड़ितों को ठगी का अहसास हुआ, जिसके बाद साइबर थाने में शिकायत दी गई। पुलिस का कहना है कि दोनों मामलों में केस दर्ज कर जालसाजों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।
वैशाली सेक्टर-पांच के ग्रीन स्ट्रीट इलाके में रहने वाले अनिल कुमार दास का कहना है कि उन्होंने टाइम्स जॉब नाम के पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया था। पंजीकरण के बाद उनके पास अमित शुक्ला नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसने बताया कि वह साढ़े छह हजार रुपये शुल्क वाली प्रीमियम जॉब सहायता सेवा का पात्र बताया। इसके अलावा उसने दावा किया कि अगर एक साल के भीतर उनकी नौकरी नहीं लगती है तो उनका पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। अनिल कुमार दास के मुताबिक उन्होंने भरोसा करते हुए शुल्क अदा कर दिया। इसके बाद कई साक्षात्कारों के लिए उनसे संपर्क किया गया। एक साक्षात्कार पेरिस की एक कंपनी में महाप्रबंधक के पद का था। रिलेशनशिप मैनेजर हर्ष त्यागी ने पैरिस की कैपजेमिनी कंपनी के अजय कपूर, अभिषेक मजूमदार और कैलाश खरे के साथ उनका साक्षात्कार कराया। बाद में उन्हें बताया गया कि उनका चयन कर लिया गया है। अनिल कुमार दास का कहना है कि कुछ दिन बाद उन्हें एक मेल मिला। उसमें बताया गया कि हर्ष त्ययागी का एक्सीडेंट होने के कारण अब अरूण सिन्हा को उनका रिलेशनशिप मैनेजर बनाया गया है। उसने आवास और अन्य सुविधाओं की व्यवस्थाओं, वेरिफिकेशन और अन्य बहानों से उनसे धीरे-धीरे करके 6.55 लाख रुपये हड़प लिए। इसके बाद भी पैसों की मांग जारी रहने पर उन्हें शक हुआ और ठगी के संबंध में साइबर थाने में शिकायत दी। वहीं मोदीनगर की तिबड़ा रोड बाग कॉलोनी निवासी सिमरन चौधरी का कहना है कि उनके पास टेलीग्राम से एक मैसेज आया। उसमें घर बैठे ऑनलाइन कार्य करके अच्छी खासी रकम कमाने के बारे में बताया गया था। आरोपियों ने उन्हें टेलीग्राम से टास्क पूरे करके पैसे कमाने के टिप्स दिए। इसके बाद राधाकिशन सोमनाथ गोर्डे ने उनसे संपर्क किया और एक वेबसाइट पर उनका खाता खुलवाया और बिटक्वाइन खरीदने की प्रक्रिया समझाई। इसके बाद उन्हें धीरे-धीरे अन्य ग्रुपों से जोड़ा गया। ग्रुपों के एडमिन ने उन्हें विभिन्न बैंक खातों और यूपीआआई आईडी पर पैसे ट्रांसफर करने को कहा। उन्होंने अपनी मां ममता चौधरी के खाते से पांच फरवरी को दो लाख रुपये से निवेश शुरू किया। सिमरन चौधरी के मुताबिक जालसाजों ने उन्हें ऑनलाइन मुनाफा दर्शाया और धीरे-धीरे करके 11.26 लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता के मुताबिक वह जब भी अपने पैसे वापस मांगतीं तो जालसाज उन पर और रकम भेजने का दबाव डालते। फर्जीवाड़े का पता लगने पर पीड़िता ने साइबर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की गुहार लगाई। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जालसाजों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।