उत्तर प्रदेश, नोएडा: टैरिफ के लागू होने से कई सेक्टरों पर असर पड़ेगा
उत्तर प्रदेश, नोएडा: टैरिफ के लागू होने से कई सेक्टरों पर असर पड़ेगा

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। शहर के निर्यातकों के मन से अभी तक अमेरिका के टैरिफ का डर नहीं निकला है। शहर के निर्यातक टैरिफ बढ़ने की आशंका जता रहे हैं। उन्हें डर है कि 90 दिनों की अवधि पूरी होने के बाद जुलाई के मध्य से बढ़ी हुई टैरिफ लागू हो जाएगी। इससे निर्यातकों की चुनौती काफी बढ़ जाएगी। निर्यातकों को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। जिले में अमेरिका समेत विश्व के बाजारों में 20 हजार से अधिक उद्यमी विभिन्न उत्पादों का निर्यात करते हैं। इनका सालाना करीब 80 हजार करोड़ रुपये का निर्यात होता है। इसमें सबसे ज्यादा गारमेंट एक्सपोर्ट, ऑटो पार्टस, इलेक्ट्रिक उपकरण, सुरक्षा उपकरण, हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम समेत अन्य उत्पाद शामिल है।
विश्व के सभी देशों की तुलना में अकेले अमेरिका से ही 40 प्रतिशत से अधिक निर्यात किया जाता है। ऐसे में अमेरिका ने एकाएक 26 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ बढ़ा दिया था, जिससे शहर के कारोबारियों की चिंता भी बढ़ गई थी। इसके बाद कुछ तकनीकी चुनौतियों को देखते हुए 90 दिनों की छूट दी गई, जोकि अगले महीने जुलाई में खत्म हो रही है। ऐसे में उद्यमियों को नया टैरिफ लागू होने का डर सता रहा है। सेक्टर-57 में हैंडीक्राफ्ट के बड़े कारोबारी वीके शर्मा ने बताया कि हर वर्ष 10 से 20 प्रतिशत कारोबार में उछाल आ रहा था। अब टैरिफ बढ़ने के डर से कारोबार में उछाल की उम्मीद तो पूरी तरह खत्म हो गई। अब 20 प्रतिशत तक कारोबार कम होने का डर भी सताने लगा है। उन्होंने बताया कि 40 वर्षों से अमेरिका के साथ कारोबार कर रहे हैं। इस तरह की स्थिति पहली बार देखी है। उम्मीद है कि जल्द ही कोई उचित रास्ता निकलेगा। वहीं सेक्टर-83 में लेदर की फ्लैट के मालिक अतुल मेहता ने बताया कि टैरिफ बढ़ा है तो पेरशानी भी बढ़ेगी। अभी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। केवल अमेरिका से ही सालाना 30 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। अब कारोबार को झटका लगेगा और कंपनी का बजट भी बिगड़ेगा। अब देखना है कि अगले महीने तक क्या स्थिति रहती है। ऐसे में 20 प्रतिशत तक कारोबार में गिरावट आने का डर सता रहा है।