B Saroja Devi Death: 87 साल की उम्र में सिनेमा की ‘प्रथम महिला सुपरस्टार’ बी सरोजा देवी का निधन
B Saroja Devi Death: 87 वर्षीय अभिनेत्री बी सरोजा देवी का निधन बढ़ती उम्र की स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हुआ। साउथ और हिंदी सिनेमा में उनके 70 साल के करियर और 200+ फिल्मों ने उन्हें 'सिनेमा की आइकन' बना दिया।

B Saroja Devi Death: 87 वर्षीय अभिनेत्री बी सरोजा देवी का निधन बढ़ती उम्र की स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हुआ। साउथ और हिंदी सिनेमा में उनके 70 साल के करियर और 200+ फिल्मों ने उन्हें ‘सिनेमा की आइकन’ बना दिया।
B Saroja Devi Death: साउथ सिनेमा की आइकन बी सरोजा देवी का 87 वर्ष की उम्र में निधन, 200 से अधिक फिल्मों में किया अभिनय
भारतीय सिनेमा को आज एक गहरा झटका लगा है। साउथ इंडस्ट्री की दिग्गज अभिनेत्री B Saroja Devi ने 87 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की खबर से तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी सिनेमा में शोक की लहर दौड़ गई है।
बढ़ती उम्र की स्वास्थ्य समस्याएं बनीं कारण
B Saroja Devi पिछले कुछ समय से बुजुर्गावस्था से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं। रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से सिनेमा जगत में एक युग का अंत हो गया है।
70 साल का फिल्मी सफर, 200 से ज्यादा फिल्में
B Saroja Devi का जन्म भैरप्पा सरोजा देवी के रूप में हुआ था। उन्होंने 1955 में महाकवि कालिदास (कन्नड़ फिल्म) से करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
-
उन्होंने तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में सशक्त महिला किरदार निभाए।
-
कुल मिलाकर उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया।
-
1955 से 1984 तक उन्होंने बतौर लीड एक्ट्रेस लगातार 29 वर्षों तक फिल्मों में काम किया — जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
सम्मान और पहचान
B Saroja Devi को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्मश्री (1969) और पद्म भूषण (1992) जैसे राष्ट्रपति पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
हिंदी सिनेमा में भी छोड़ी छाप
हालाँकि उनका अधिकांश करियर साउथ सिनेमा में बीता, लेकिन हिंदी सिनेमा में भी उनकी मौजूदगी दमदार रही:
-
दिलीप कुमार के साथ ‘पैग़ाम’ (1959) में लीड रोल किया।
-
‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘बेटी बेटे’, ‘ससुराल’ जैसी फिल्मों में भी उन्होंने दिल जीतने वाला प्रदर्शन किया।
एक ट्रिब्यूट – “फर्स्ट लेडी ऑफ़ साउथ सिनेमा”
बी सरोजा देवी को अक्सर “The First Lady of South Indian Cinema” कहा जाता है। उनके नाम पर कई फिल्म संस्थानों में रेफरेंस और स्टडी मटेरियल रखा गया है। उन्होंने कई पीढ़ियों को अभिनय का मार्ग दिखाया और खुद को क्लासिक स्टाइल की प्रतीक बना दिया।
बी सरोजा देवी के करियर की झलकियां
वर्ष | फिल्म | भाषा | सह-कलाकार |
---|---|---|---|
1955 | महाकवि कालिदास | कन्नड़ | NA |
1959 | पैगाम | हिंदी | दिलीप कुमार |
1961 | कन्यादान | तमिल | शिवाजी गणेशन |
1963 | बेटा बेटी | हिंदी | गुरु दत्त |
1970 | ससुराल | हिंदी | संजीव कुमार |
फिल्मी जगत से श्रद्धांजलि
दिग्गज कलाकारों, राजनेताओं और फिल्मी संस्थानों ने उन्हें सामूहिक श्रद्धांजलि दी है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से राजकीय सम्मान की मांग की जा रही है।
B Saroja Devi का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा
बी सरोजा देवी सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि साउथ एशियन सिनेमा की आत्मा थीं। उनके अभिनय, सौंदर्य और संस्कारी पात्रों ने दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया।