उत्तर प्रदेश, नोएडा: सरकारी अधिकारी बताकर किराये पर ली कार नहीं लौटाई
उत्तर प्रदेश, नोएडा: सरकारी अधिकारी बताकर किराये पर ली कार नहीं लौटाई

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। खुद को सरकारी अधिकारी बताकर दो भाइयों ने नोएडा के ट्रांसपोर्टर की कार हड़प ली। जालसाजों ने विभाग का एक फर्जी एग्रीमेंट भी तैयार कराया था। इसमें 28 हजार रुपये प्रति माह दो वर्ष के लिए कार को किराये पर लिया था। पीड़ित ने कोर्ट के आदेश पर सेक्टर-24 में थाने केस दर्ज कराया है। सेक्टर-12 निवासी चंदन कुमार सिंह ने न्यायालय में प्रार्थनापत्र दिया कि वह ट्रांसपोर्टर हैं। उनके पास करीब दो वर्ष पहले बिहार के जिला सारन के गांव इनई रेवेल्गंज निवासी हिमांशु कुमार राय आया। उसके साथ उसका भाई सुधांशु कुमार राय भी था। हिमांशु ने खुद को सीबीआईसी (केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड) का अधिकारी बताया। उसने हिमांशु की गाड़ियों को अपने विभाग में किराये पर लगवाने का प्रस्ताव रखा। 12 जुलाई 2023 को दोनों भाइयों ने सीबीआईसी अथॉरिटी से लिखित एग्रीमेंट तैयार कराया। इसमें शर्तों के अनुसार शिकायतकर्ता की कार को विभाग के अधिकारियों के लिए किराये पर लिया। दो वर्षों तक इसका किराया 28 हजार रुपये प्रति माह तय हुआ। दोनों आरोपी भाई उनकी कार ले गए। कुछ माह आरोपियों ने किराया दिया। इसी बीच कार में काम कराने और टायर बदलवाने आदि के नाम पर 97 हजार 500 रुपये ले लिए। इसके बाद कार का प्रत्येक माह किराया जमा कराने में आनाकानी करने लगे। संदेह होने पर शिकायतकर्ता ने दिल्ली स्थित सीबीआईसी के कार्यालय में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि विभाग ने कोई एग्रीमेंट नहीं किया है और न ही कोई कार विभाग ने किराये पर ली है। एग्रीमेंट फर्जी था। गाड़ी मांगने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। थाना स्तर से सुनवाई न होने पर पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। एडीसीपी सुमित कुमार शुक्ला का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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