उत्तर प्रदेश : धूमधाम से संपन्न हुआ कुबलियापीड़ हाथी वध मेला, काली का अखाड़ा रहा आकर्षण का केंद्र

Mathura News : मथुरा में धर्मनगरी मथुरा में आयोजित होने वाले वार्षिक उत्सवों की श्रृंखला में इस बार भी कुबलियापीड़ हाथी वध का मेला धूमधाम और परंपरागत तरीके से संपन्न हुआ। कुबलियापीड़ हाथी वध महोत्सव समिति के बैनर तले स्वामी घाट से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसने पूरे शहर में भक्ति और उल्लास का माहौल भर दिया।
शोभायात्रा में करीब एक दर्जन मनमोहक झांकियां शामिल थीं, लेकिन काली का अखाड़ा विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहा। श्री कृष्ण और बलराम के स्वरूपों के साथ उनके सखा हाथों में चमचमाती लाठियां लेकर जोशीले अंदाज में निकले। बैंड की मधुर धुनें इस उत्साह को और बढ़ा रही थीं।
यह शोभायात्रा मथुरा शहर के चौक बाजार, मंडी रामदास और डींग गेट होते हुए पोतरा कुंड के निकट केशव देव मंदिर के पास पहुंची। पूरे रास्ते धर्म प्रेमी जनता ने जगह-जगह पटुका पहनाकर और दूध वितरित कर भव्य स्वागत किया। बारिश की हल्की फुहारों के बावजूद लोगों का जोश कम नहीं हुआ।
परंपरा के अनुसार, केशव देव मंदिर के निकट हाथी वध स्थल पर शोभायात्रा का समापन हुआ। यहां श्रीकृष्ण और बलराम के स्वरूपों ने हाथी के प्रतीकात्मक पुतले पर सबसे पहले प्रहार करते हुए उसके दांत निकाले। उनके इशारे पर, सखाओं ने अपनी चमचमाती लाठियों से कुबलियापीड़ हाथी के पुतले को झूरकर पीट-पीट कर उसका अंत कर दिया। इस प्रतीकात्मक वध के साथ, बुराई पर अच्छाई की जीत की सदियों पुरानी परंपरा को एक बार फिर निभाया गया।





