
Hapur News : पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के छिजारसी टोल प्लाजा पर टोलकर्मियों को अधिवक्ता के कार चालक से की गई बदसलूकी और अंगूठी छीनने की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। मामले का संज्ञान लेते हुए NHAI ने टोल संचालक पर सात लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। हालांकि अधिकारी अभी इस प्रकार का आदेश न मिलने की बात कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पांच जून की शाम अधिवक्ता दीपक चौहान का निजी सहायक असीम चौधरी दिल्ली एयरपोर्ट से अधिवक्ता के छोटे भाई को लेकर लौट रहा था। छिजारसी टोल प्लाजा पर तकनीकी कारणों से फास्टैग से भुगतान नहीं हो सका। आरोप है कि इस पर टोलकर्मी विपिन राठी और कुलदीप ने उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की। आरोप था कि जबरन उसकी सोने की अंगूठी उतरवा ली। इस मामले में पीड़ित की ओर से पिलखुवा कोतवाली में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और एसपी से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जब प्रकरण NHAI के संज्ञान में पहुंचा तो जांच के बाद टोल संचालक पर सात लाख का जुर्माना लगाया गया। इस संबंध में एनएचएआई ने टोल प्रबंधन को पत्र जारी किया है। हालांकि, टोल प्रोजेक्ट हेड अमित सिंह ने जुर्माने की पुष्टि से इनकार किया है और कहा कि उन्हें अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
जाम से लोग होते है परेशान
बता दें, कि छिजारसी टोल प्लाजा को लेकर आम लोगों में पहले से नाराजगी है। टोल पर अक्सर लंबा जाम लगना, धीमी लेन व्यवस्था और कर्मचारियों का दुर्व्यवहार आए दिन की समस्या बन चुके हैं। अब एनएचएआई की सख्ती से उम्मीद की जा रही है कि कर्मचारियों की मनमानी और गुंडई पर लगाम लगेगी और यातायात व्यवस्था भी सुधरेगी।