कलेक्ट्रेट पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना पांचवें दिन भी जारी रहा
कलेक्ट्रेट पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना पांचवें दिन भी जारी रहा

अमर सैनी
नोएडा। उच्च स्तरीय समिति की संस्तुतियों को सार्वजनिक करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना पांचवें दिन भी जारी रहा। शनिवार को धरना स्थल पर पहुंचे किसान एकता संघ के पदाधिकारियों ने समर्थन देने की घोषणा की। रविवार 20 अक्टूबर को संगठन से जुड़े बड़ी संख्या में किसान महापड़ाव में शामिल होंगे। वहीं, राजस्थान के किसानों ने भी समर्थन दिया है। किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान ने कहा कि आंदोलनरत किसानों का समर्थन कर आंदोलन को मजबूत किया जाएगा। जिले के किसानों की मांगें जायज हैं।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि धरना संगठित तरीके से चल रहा है। धरने के चलते जिले में भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा गठित समिति की संस्तुतियों पर सरकार सक्रिय हो गई है और इस पर काम करना शुरू कर दिया है। किसानों की मांग है कि सरकार सिफारिश के आधार पर प्राधिकरण को शासनादेश जारी करे। वहीं, भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा कि कमेटी का गठन किसानों की समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से किया गया था। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया है। सभी ने एकजुट होकर ऐलान किया है कि जब तक कमेटी की सिफारिशें सार्वजनिक नहीं की जातीं, तब तक विरोध जारी रहेगा। जय जवान जय किसान मोर्चा के अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि इस बार करो या मरो की लड़ाई शुरू कर दी गई है। पिछले 10 वर्षों से जानबूझकर नए भूमि अधिग्रहण कानून का पालन नहीं किया गया है। किसानों को 10 प्रतिशत विकसित भूमि, स्थानीय युवाओं को रोजगार आदि मांगों को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं दिख रहे हैं। महापड़ाव में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरण और एनटीपीसी समेत विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित किसान हिस्सा ले रहे हैं। इस अवसर पर ब्रिजेश भाटी, अनूप राघव, मोनूमुखिया, नरेश नागर, करतार, नीरज चौहान, बब्लू, संजय भाटी, जीतेन्द्र भाटी, प्रवीण त्यागी, पवन त्यागी, अमित त्यागी, अनिल त्यागी, गिरीश त्यागी, दुष्यन्त सैन सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।