Swami Prasad Maurya Slapped in Raebareli: क्यों पड़ा थप्पड़, कितनी बार हो चुके हैं हमलों के शिकार?
Swami Prasad Maurya: रायबरेली में स्वामी प्रसाद मौर्य को थप्पड़ क्यों पड़ा? कौन हैं हमलावर, क्या है करणी सेना से कनेक्शन और कितनी बार हो चुके हैं ऐसे हमलों के शिकार? जानिए पूरा घटनाक्रम और मौर्य की प्रतिक्रिया।

Swami Prasad Maurya: रायबरेली में स्वामी प्रसाद मौर्य को थप्पड़ क्यों पड़ा? कौन हैं हमलावर, क्या है करणी सेना से कनेक्शन और कितनी बार हो चुके हैं ऐसे हमलों के शिकार? जानिए पूरा घटनाक्रम और मौर्य की प्रतिक्रिया।
Swami Prasad Maurya को रायबरेली में थप्पड़ क्यों पड़ा? जानिए उनके साथ अब तक हुए हमलों की पूरी कहानी
उत्तर प्रदेश की राजनीति के चर्चित ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। 6 अगस्त 2025 को रायबरेली में एक कार्यक्रम के दौरान उनके साथ जो कुछ हुआ, उसने यूपी की राजनीति में भूचाल ला दिया। मौर्य को एक युवक ने पीछे से थप्पड़ जड़ दिया, और यह घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
क्या हुआ रायबरेली में?
रायबरेली के मिलएरिया थाना क्षेत्र में सारस चौराहे पर Swami Prasad Maurya का स्वागत समारोह चल रहा था। समर्थकों के बीच दो युवक माला पहनाने के बहाने घुसे और उनमें से एक ने मौर्य के सिर पर जोरदार थप्पड़ मारा।
गुस्साए समर्थकों ने तुरंत दोनों युवकों को पकड़ लिया और जमकर पीटा। यहां तक कि एक पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी भी खून से रंग गई। बाद में दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया गया।
Swami Prasad Maurya ने क्या कहा?
Swami Prasad Maurya ने इस हमले को “सियासी साजिश” बताया। उनका आरोप है कि यह हमला करणी सेना के इशारे पर हुआ। उन्होंने यूपी की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह घटना राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को दर्शाती है।
क्यों बार-बार हो रहे हैं हमले?
Swami Prasad Maurya के बयानों से अक्सर विवाद होता रहा है। खासकर रामचरितमानस और हिंदू धर्म ग्रंथों पर की गई उनकी टिप्पणियों ने उन्हें सवर्ण संगठनों और करणी सेना के निशाने पर ला खड़ा किया।
उनकी पार्टी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) ओबीसी, दलित और अल्पसंख्यकों की राजनीति करती है, जिससे कई पुराने राजनीतिक दलों को खतरा महसूस होता है। इसी का नतीजा है कि उन पर हमले बढ़ते जा रहे हैं।
थप्पड़-जूते की पुरानी घटनाएं:
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21 अगस्त 2023 – लखनऊ: SP के सम्मेलन में मौर्य पर एक युवक ने जूता फेंका, लेकिन वह बच निकले।
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4 मई 2024 – आगरा: जनसभा में मौर्य पर जूतों की बारिश हुई।
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6 अगस्त 2025 – रायबरेली: मौर्य को थप्पड़ मारकर माहौल गरमा दिया गया।
क्या है करणी सेना कनेक्शन?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि हमला करणी सेना से जुड़ा है, लेकिन पुलिस अब भी जांच कर रही है। शुरुआती जांच में हमलावरों के कुछ स्थानीय संगठनों से जुड़े होने की बात सामने आ रही है।
क्या असर पड़ेगा इस हमले का?
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मौर्य की छवि एक ‘बोल्ड और दमदार नेता’ की बन सकती है
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RSSP को सहानुभूति वोट मिल सकता है
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विपक्षी दलों को मौर्य की बढ़ती लोकप्रियता से चिंता हो सकती है
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मौर्य इसे सियासी हथियार बनाकर योगी सरकार पर हमले तेज कर सकते हैं
Swami Prasad Maurya पर बार-बार हो रहे हमले उनकी राजनीतिक प्रासंगिकता और प्रभाव को दर्शाते हैं। अब देखना यह है कि क्या ये घटनाएं उनकी छवि को कमजोर करेंगी या उन्हें और मजबूत करेंगी। एक बात तय है – यूपी की राजनीति में मौर्य का नाम खामोश नहीं रहने वाला।
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