
नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय सोमवार को शहर के एक्सपो मार्ट में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस कार्यक्रम के समापन के बाद वे फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा के सेक्टर 45 स्थित आवास पर पहुंचे। जहां उनका तमाम आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों समेत स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया। शिक्षा मंत्री ने उनके आवास पर दोपहर का भोजन भी किया। इस औपचारिक मुलाकात के दौरान शिक्षा व्यवस्था से जुड़े शहर के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने सबसे पहले शहर के बीचोंबीच स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने की मांग उठाई है।उन्होंने कहा कि वर्ष 1982 में सेक्टर 39 में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोएडा की स्थापना की गई थी। शुरू से ही यहां स्नातक विषयों की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। लेकिन महाविद्यालय की स्थापना के बाद से अब तक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं हैं। जिसके कारण छात्रों को इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के लिए दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, मेरठ आदि शहरों में जाना पड़ता है।इसके अलावा भंगेल में लंबे समय से लंबित कन्या डिग्री कॉलेज को शुरू करने की मांग उठाई है। उन्होंने स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कई बिंदुओं पर चर्चा की है। शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने आश्वासन दिया है कि इन सभी बिंदुओं पर विचार कर जल्द ही इन सभी कार्यों को उचित तरीके से कराया जाएगा। आपको बता दें कि फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने शहर की शिक्षा व्यवस्था के मुद्दे को लेकर स्थानीय सांसद को एक पत्र भी दिया था। योगेंद्र शर्मा ने कहा कि अगर शहर में शिक्षा व्यवस्था अच्छी हो जाए तो युवा पीढ़ी का भविष्य सुधर जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में पढ़ाई के लिए कई विकल्प हैं। लेकिन जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है उनके लिए अपने बच्चों को पढ़ाना काफी मुश्किल हो रहा है। अगर भंगेल स्थित राजकीय डिग्री कॉलेज और कन्या डिग्री कॉलेज में सही तरीके से पाठ्यक्रम संचालित किए जाएं तो निश्चित रूप से शहर के बच्चों को काफी सुविधाएं मिलेंगी। इस मौके पर फोनरवा अध्यक्ष योगेन्द्र केके जैन, शर्मा, संजय चौहान, लाट साहब लोहिया, अशोक कुमार मिश्रा, विजय भाटी, डॉक्टर सचदेवा, मोहन शर्मा, लोक गायक ब्रह्मपाल नागर, बिनोद शर्मा, केके शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।