

WAVES 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES 2025) का उद्घाटन किया। जहां उन्होंने कहा कि जिसने वैश्विक रचनात्मक अर्थव्यवस्था में भारत की आकांक्षाओं को स्पष्ट दिशा दी। “Connecting Creators, Connecting Countries” थीम के तहत आयोजित यह सम्मेलन भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

WAVES 2025: वैश्विक रचनात्मक उद्योग
उन्होंने कहा 90 से अधिक देशों की भागीदारी, 10 हजार से ज्यादा प्रतिनिधियों और वैश्विक रचनात्मक उद्योग की मजबूत उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, निर्माता बनकर उभरना चाहता है। दरअसल, वैश्विक अर्थव्यवस्था डिजिटल परिवर्तन और सांस्कृतिक खपत के बल पर नया आकार ले रही है। वेव्स 2025 भारत की आर्थिक रणनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह भारत की सॉफ्ट पावर का उत्सव नहीं, बल्कि रचनात्मक प्रतिभा को संगठित आर्थिक ढांचे में ढालने की रणनीतिक पहल है
WAVES 2025: संसाधन में बदलने की ठोस योजना
पीएम ने अपने भाषण में ऑरेंज इकोनॉमी को भारत की आर्थिक वृद्धि का नया इंजन बताते हुए एक दूरदर्शी रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने सामग्री (Content), रचनात्मकता (Creativity) और संस्कृति (Culture) को इस मॉडल के तीन आधारस्तंभ बताया। उन्होंने कहा यह सिर्फ एक विचार नहीं था, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कहानी कहने की शक्ति को आर्थिक संसाधन में बदलने की ठोस योजना थी। जिसका उद्देश्य है रोजगार सृजन, विदेशी निवेश को आकर्षित करना, और सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को विस्तार देना।

WAVES 2025: विस्तार के सशक्त उपकरण
प्रधानमंत्री ने इस दौरान घोषणा करते हुए कहा, “भारत में ऑरेंज इकोनॉमी का नया सूर्योदय हो रहा है।” रचनात्मकता अब केवल कला और अभिव्यक्ति तक सीमित नहीं रही, यह रणनीतिक संसाधन बन चुकी है। भारतीय सिनेमा, टेलीविज़न, एनीमेशन और गेमिंग को उन्होंने वैश्विक प्रभाव और आर्थिक विस्तार के सशक्त उपकरण बताया। भारत, उनके अनुसार, केवल दुनिया की सामग्री राजधानी ही नहीं, बल्कि वैश्विक क्रिएटर्स के लिए सबसे विश्वसनीय उत्पादन स्थल बनना चाहिए।
WAVES 2025: नियंत्रण के बीच संतुलन बना रहे
पीएम ने संदेश देते हुए कहा कि वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भी सार्थक था। जब वैश्विक प्रभाव का निर्धारण सॉफ्ट पावर से होता है, तब भारत एक सांस्कृतिक केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने रामायण, महाभारत से लेकर बॉलीवुड और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स तक की भारत की कथा परंपरा को उजागर किया और कहा “Create in India, Create for the World” उन्होंने रचनात्मक क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, AR/VR और मेटावर्स जैसी नई तकनीकों की भूमिका पर बल दिया और वैश्विक सहयोग का आह्वान किया ताकि नवाचार और नियंत्रण के बीच संतुलन बना रहे।
WAVES 2025: योग्य बनाने के लिए डिजाइन किया
दरअसल, यह चार दिवसीय शिखर सम्मेलन भारत की रचनात्मक, डिजिटल और सांस्कृतिक क्षमता का भव्य मंच है। फिल्मों, ओटीटी, गेमिंग, वीएफएक्स, कॉमिक्स, डिजिटल मीडिया, एनीमेशन, एआई और AVGC-XR (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, एक्सटेंडेड रियलिटी) जैसे दर्जनों क्षेत्रों को समाहित करते हुए यह सम्मेलन भारत की रचनात्मक अर्थव्यवस्था को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। बताया गया कि वेव्स 2025 का लक्ष्य 2029 तक $50 बिलियन डॉलर का बाज़ार खोलना है, जिसमें निर्यात, डिजिटल अधिकारों और सह-निर्माण पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
WAVES 2025: उद्योग के दिग्गजों की प्रतिक्रिया
वहीं पीएम के संबोधन के बाद कई प्रमुख उद्योगपतियों, उद्यमियों और रचनात्मक लीडर्स ने वेव्स 2025 को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। जिसमें मुकेश अंबानी (अध्यक्ष, रिलायंस इंडस्ट्रीज) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रचनात्मक अर्थव्यवस्था को आर्थिक विकास का प्रमुख स्तंभ बनाकर दूरदर्शिता का परिचय दिया है। उन्होंने 5G और AI जैसी तकनीकों को कहानियों और प्रोडक्शन से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा, “भारत दुनिया का स्टूडियो बनेगा।” वहीं बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ ख़ान (वेव्स एडवाइजरी बोर्ड सदस्य) ने सम्मेलन को “सपनों के साधकों का मंच” बताते हुए कहा कि “यह सिर्फ तकनीक की बात नहीं है, यह भारत की आत्मा है जो रचनात्मकता के माध्यम से बोलती है।” शांतनु नारायण (सीईओ, एडोबी) ने भारतीय बहुभाषी प्रतिभा की सराहना करते हुए डिजिटल टूल्स की अहमियत पर जोर दिया और कहा, “भारत की भाषाई विविधता को वैश्विक ताकत में बदला जाना चाहिए।”

WAVES 2025: प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल हैं
1. ग्लोबल मीडिया डायलॉग (GMD): 25 देशों के मंत्रियों की भागीदारी के साथ उच्च स्तरीय संवाद, जिसका उद्देश्य वैश्विक नीति सहयोग और नवाचार को प्रोत्साहित करना है।
2. WAVES बाज़ार: 6,100 से अधिक खरीदारों, 5,200 विक्रेताओं और 2,100 से अधिक परियोजनाओं के साथ एक वैश्विक डिजिटल मार्केटप्लेस—जो इसे दुनिया के सबसे बड़े मीडिया व्यापार मंचों में शामिल करता है।
3. क्रिएटोस्पीयर: “Create in India Challenge” के तहत चुने गए 1 लाख से अधिक प्रतिभागियों के विचारों और नवाचारों का मंच, जो भारत की युवा रचनात्मक प्रतिभा को विश्व मंच पर लाने का प्रयास है।
4. इसके अतिरिक्त, 42 प्लेनरी सत्र, 39 ब्रेकआउट सत्र और 32 मास्टरक्लासेस में स्ट्रीमिंग इकोनॉमिक्स, एआई नीति, महिला प्रतिनिधित्व, और क्षेत्रीय भाषाओं की कंटेंट संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा हो रही है।