Phonerva Election: फोनरवा चुनाव में योगेंद्र शर्मा–केके जैन पैनल का दबदबा, सभी उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित

Phonerva Election: फोनरवा चुनाव में योगेंद्र शर्मा–केके जैन पैनल का दबदबा, सभी उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
फेडरेशन ऑफ नोएडा रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) के वर्ष 2026–28 के चुनाव परिणाम रविवार को घोषित कर दिए गए, जिसमें योगेंद्र शर्मा और केके जैन पैनल के सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध विजयी घोषित किया गया। सेक्टर 52 स्थित फोनरवा कार्यालय में चुनाव अधिकारी कर्नल शशि वेद (सेवानिवृत्त) के नेतृत्व में औपचारिक रूप से परिणामों की घोषणा की गई। इस मौके पर बैंड-बाजे के साथ जश्न का माहौल रहा और बड़ी संख्या में आरडब्ल्यूए पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। परिणाम घोषित होते ही विजयी टीम के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और बधाइयों का तांता लग गया।
फोनरवा महासचिव केके जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि फोनरवा के 25 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब चुनावी प्रक्रिया के तहत 21 सदस्यों की पूरी टीम निर्विरोध चुनी गई है। उन्होंने इसे संगठन के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह सफलता अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पिछले दो वर्षों के कार्यकाल में किए गए निरंतर और प्रभावी कार्यों का परिणाम है। इसी मजबूत कार्यप्रणाली और भरोसे के कारण विपक्ष का कोई भी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरने का साहस नहीं कर सका।
योगेंद्र शर्मा और केके जैन लगातार चौथी बार क्रमशः अध्यक्ष और महासचिव के पद पर निर्वाचित हुए हैं। दोनों नेताओं ने इस जीत का श्रेय अनुभवी टीम, आरडब्ल्यूए सदस्यों के भरोसे और नोएडा प्राधिकरण, जिला प्रशासन, नोएडा पुलिस, यूपीपीसीएल सहित विभिन्न विभागों से मिले सहयोग को दिया। उन्होंने बताया कि बीते कार्यकाल में आरडब्ल्यूए और शहरवासियों से जुड़ी समस्याओं को लेकर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ, एसीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें की गईं, जिससे कई लंबित मुद्दों का समाधान संभव हो सका।
कार्यकाल के दौरान पानी की गुणवत्ता और आपूर्ति में सुधार को लेकर फोनरवा ने लगातार प्रयास किए, जिसका असर जमीनी स्तर पर दिखाई दिया। इसके साथ ही आवारा कुत्तों की समस्या को लेकर भी ठोस कदम उठाए गए और नसबंदी की दैनिक क्षमता को 25 से बढ़ाकर 50 किया गया। कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बिजली विभाग, पुलिस आयुक्त, एसीपी और डीसीपी स्तर के अधिकारियों के साथ कई उच्चस्तरीय बैठकें हुईं, जिससे अपराध नियंत्रण और साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिली।
अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने कहा कि आरडब्ल्यूए के साथ नियमित संवाद और समन्वय के जरिए विभिन्न विभागों के बीच बेहतर तालमेल बनाया गया, जिससे आम नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जा सका। वहीं केके जैन ने बताया कि वे पिछले 20 वर्षों से फोनरवा से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और चौथी बार महासचिव चुने जाना उनके लिए सम्मान और जिम्मेदारी दोनों है। इससे पहले वे तीन बार वरिष्ठ उपाध्यक्ष और लीगल सेक्रेटरी के पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
फोनरवा चुनाव में मिली यह निर्विरोध जीत संगठन की एकजुटता, मजबूत नेतृत्व और जनहित में किए गए कार्यों का प्रमाण मानी जा रही है। आने वाले कार्यकाल में भी फोनरवा से नोएडा के निवासियों को इसी तरह सक्रिय और प्रभावी नेतृत्व की उम्मीद है।
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