Noida pollution: प्रदूषण से थोड़ी राहत के संकेत, लेकिन नोएडा की हवा अब भी बेहद खराब

Noida pollution: प्रदूषण से थोड़ी राहत के संकेत, लेकिन नोएडा की हवा अब भी बेहद खराब
नोएडा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मंगलवार को वायु प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी जरूर दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद हवा की स्थिति अब भी बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 352 और ग्रेटर नोएडा का 326 रिकॉर्ड किया गया। बीते चार दिनों की तुलना में हवा की औसत गति बढ़कर 13 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई, जबकि इससे पहले हवा की रफ्तार केवल 3 से 4 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच बनी हुई थी। हवा की गति बढ़ने से प्रदूषित धूलकण ज्यादा देर तक स्मॉग के रूप में आसमान में नहीं टिक पाए, जिससे दोपहर के समय हालात में कुछ सुधार देखने को मिला।
सुबह के समय शहर में धुंध और स्मॉग के कारण दृश्यता काफी कम रही, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा और धूप निकली, वैसे-वैसे दृश्यता में सुधार हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार धूप और तेज हवा के चलते स्मॉग का प्रभाव कुछ हद तक कम हुआ है, लेकिन यह राहत स्थायी नहीं मानी जा सकती। एक दिन पहले की तुलना में ग्रेटर नोएडा के एक्यूआई में 121 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जबकि नोएडा के एक्यूआई में 85 अंकों की कमी आई है। इसके बावजूद दोनों शहरों की हवा स्वास्थ्य के लिहाज से अब भी खतरनाक बनी हुई है।
पिछले पांच दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो 15 दिसंबर को नोएडा का एक्यूआई 437 और ग्रेटर नोएडा का 447 दर्ज किया गया था। 14 दिसंबर को नोएडा 466 और ग्रेटर नोएडा 435, 13 दिसंबर को नोएडा 455 और ग्रेटर नोएडा 442, जबकि 12 दिसंबर को नोएडा 386 और ग्रेटर नोएडा 373 के स्तर पर रहा। इससे साफ है कि प्रदूषण का स्तर लंबे समय से लगातार गंभीर और बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है।
इधर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती दिखाते हुए मंगलवार को कुल तीन लाख 30 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। बोर्ड की टीम ने सेक्टर-80, सेक्टर-10, सेक्टर-8 और सेक्टर-62 में कार्रवाई की, जहां निर्माण कार्य चल रहा था और भवन निर्माण सामग्री खुले में पाई गई। सेक्टर-62 में नोएडा प्राधिकरण द्वारा नाले का निर्माण कराए जाने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं सेक्टर-8 और सेक्टर-10 में भी 50-50 हजार रुपये का दंड लगाया गया। इसके अलावा छह अन्य स्थानों पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना किया गया।
प्रशासन और विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अगले कुछ दिनों में मौसम में बड़ा बदलाव नहीं हुआ, तो प्रदूषण से पूरी राहत मिलना मुश्किल है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने, अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को अतिरिक्त सतर्कता रखने की जरूरत है।
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