नोएडा एयरपोर्ट अप्रैल 2025 से करेगा कमर्शियल उड़ानें शुरू
नोएडा एयरपोर्ट अप्रैल 2025 से करेगा कमर्शियल उड़ानें शुरू
अमर सैनी
नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस साल दिसंबर तक अपनी टेस्टिंग उड़ानें (calibration & validation flights) पूरी करने की योजना बना रहा है। इन उड़ानों का मकसद यह जांचना है कि विमान के आने और जाने की प्रक्रिया सही है या नहीं। यह जानकारी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने दी। उन्होंने बताया कि अगर ये उड़ानें सफल रहती हैं, तो एयरपोर्ट दिसंबर में ही लाइसेंस के लिए आवेदन करेगा। YIAPL, जो ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल AG की सहायक कंपनी है, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास कर रही है।
क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, “कैलिब्रेशन और वैलिडेशन उड़ानों के बाद, हम दिसंबर में एरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे। हमारी योजना अप्रैल 2025 में कमर्शियल उड़ानों को शुरू करने की है,” एयरपोर्ट को दिसंबर तक कमर्शियल संचालन शुरू करना था, लेकिन सप्लाई चेन में व्यवधान के कारण निर्माण में देरी हुई। कैलिब्रेशन उड़ानें नए एयरपोर्ट पर नेविगेशन एड्स, रनवे लाइटिंग, और एयरस्पेस की जांच करती हैं, ताकि कमर्शियल संचालन से पहले सुरक्षा और सटीकता सुनिश्चित की जा सके। वैलिडेशन उड़ानें यह जांचने के लिए होती हैं कि विमान, क्रू या प्रक्रिया सुरक्षा और नियमों के हिसाब से सही हैं या नहीं।यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग ने मिलकर नोएडा एयरपोर्ट के लिए विमान के आगमन और प्रस्थान के रास्ते बनाए हैं। उन्होंने बताया कि रनवे का निर्माण पूरा हो चुका है और अगले महीने इसके लाइट्स लगाए जाएंगे। इसके अलावा, रनवे के आसपास के लगभग 150,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में लैंडस्केपिंग का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक मल्टी-मोडल कार्गो टर्मिनल का निर्माण पूरा हो जाएगा और उसके बाद YIAPL इसका प्रमाणन प्रक्रिया शुरू करेगी। शुरुआत में, कार्गो टर्मिनल की क्षमता प्रति वर्ष 200,000 टन होगी, जिसे बाद में 2 मिलियन टन प्रति वर्ष तक बढ़ाया जाएगा। श्नेलमैन ने पत्रकारों को बताया कि नोएडा एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू करने में सिर्फ घरेलू नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस भी रुचि दिखा रही हैं।जून में, वाईआईपीएल ने बताया था कि एयरपोर्ट के निर्माण में देरी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें कोविड-19 प्रतिबंधों और भू-राजनीतिक संघर्ष के कारण निर्माण सामग्री और उपकरणों की सप्लाई में देरी वजहे हैं। हालांकि, श्नेलमैन ने गुरुवार को कहा कि कुछ चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं, लेकिन अब उन्हें विश्वास है कि एयरपोर्ट अगले साल अप्रैल से कमर्शियल उड़ानें शुरू कर देगा।नोएडा एयरपोर्ट का एक रनवे 2025-26 में 94 लाख से 1.17 करोड़ यात्रियों को संभालने का अनुमान है, इस बात की जानकारी जनवरी में एविएशन कंसल्टेंसी फर्म CAPA इंडिया ने दी थी। दिल्ली एयरपोर्ट, जिसे जीएमआर ग्रुप संचालित करता है, और नोएडा एयरपोर्ट, जो दिल्ली से लगभग 70 किमी दूर है, के बीच कड़ा कंपटीशन होने की उम्मीद है।नोएडा एयरपोर्ट ही नहीं, भारत में अन्य ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट प्रोजेक्ट्स में भी देरी हो रही है। जनवरी में, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि नवी मुंबई एयरपोर्ट मार्च 2025 तक कमर्शियल ऑपरेशन शुरू करेगा