दिल्लीभारत

नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर में नारी शक्ति ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका: रक्षा मंत्री 

नई दिल्ली: -‘नाविका सागर परिक्रमा II’ पूरी करने के बाद घर लौटीं लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और रूपा

नई दिल्ली, 29 मई : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पीओके में आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा की गई प्रभावी कार्रवाई में महिला पायलटों और अन्य महिला सैनिकों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों की हर शाखा में महिलाओं की सक्रिय और प्रभावी भागीदारी देखी गई।

रक्षा मंत्री वीरवार को गोवा में आईएनएसवी तारिणी के फ्लैग-इन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब से सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है, उन्होंने हर भूमिका में असाधारण प्रदर्शन किया है और हर जिम्मेदारी को पूरा किया है। राजनाथ सिंह ने कहा, सियाचिन की ऊंचाइयों से लेकर समुद्र की गहराइयों तक भारतीय महिलाएं कई जिम्मेदारियां निभा रही हैं, जिससे देश का सुरक्षा घेरा और मजबूत हुआ है। आज सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खुले हैं और इस महीने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से 17 महिलाएं पास आउट हो रही हैं।

इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने नौसेना की दो बहादुर महिला अधिकारियों लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. द्वारा ‘नाविका सागर परिक्रमा II’ को सफलतापूर्वक पूरा करने पर बधाई दी। उन्होंने ऐतिहासिक परिक्रमा अभियान के दौरान उनके साहस, प्रतिबद्धता और धीरज की सराहना भी की। और इस यात्रा को नारी शक्ति का प्रतीक बताया। अभियान के दूसरे संस्करण में, यह जोड़ी दोहरे हाथ से ऐसा कारनामा करने वाली भारत की पहली महिला बन गई है। अधिकारियों ने आठ महीने की अवधि में 25,600 समुद्री मील की दूरी तय की, जिसमें फ्रेमेंटल (ऑस्ट्रेलिया), लिटलटन (न्यूजीलैंड), पोर्ट स्टेनली (फ़ॉकलैंड द्वीप) और केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका) के बंदरगाह शामिल हैं।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

Related Articles

Back to top button