
Faridabad: ऑपरेशन सिंदूर विवाद में महिला आयोग की चेयरपर्सन से SIT ने की पूछताछ, 16 जुलाई को होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
रिपोर्ट: संदीप चौहान
चर्चित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ विवाद मामले में जांच ने जोर पकड़ लिया है। इस विवाद में महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया से लंबी पूछताछ की। यह पूछताछ लगभग ढाई घंटे तक चली, जिसमें आयोग द्वारा दर्ज शिकायत और उपलब्ध साक्ष्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। मामले की शुरुआत तब हुई जब प्रसिद्ध इतिहासकार और प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभियान के संदर्भ में एक सार्वजनिक मंच से टिप्पणी की, जिसे महिला गरिमा और सैन्य प्रतिष्ठा के खिलाफ माना गया। इस टिप्पणी के खिलाफ हरियाणा महिला आयोग ने प्रोफेसर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद यह मामला राष्ट्रीय बहस का विषय बन गया।
सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रोफेसर को अंतरिम जमानत तो दे दी, लेकिन साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए SIT गठित की। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ममता सिंह इस जांच टीम की प्रमुख हैं, जबकि विक्रांत भूषण और गंगाराम पूनिया इसके अन्य सदस्य हैं। रेनू भाटिया ने पूछताछ के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि यह मामला न केवल महिला सम्मान से जुड़ा है, बल्कि देश की सुरक्षा और सामाजिक संरचना पर भी गहरा असर डालता है।
उन्होंने कहा कि आयोग ने पहले ही सारे तथ्यों के साथ शिकायत दर्ज कराई थी और अब SIT उसी की पुष्टि और जांच कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान कुछ नए तथ्यों और पहलुओं को भी आयोग की ओर से टीम के सामने रखा गया है, जिन्हें जांच में शामिल करने की सिफारिश की गई है। SIT अब तक इस मामले से जुड़े कई पहलुओं पर जांच कर चुकी है और सभी पक्षों से जानकारी एकत्रित कर रही है। 16 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली अगली सुनवाई के दौरान SIT अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी। इसके बाद इस पूरे मामले की दिशा तय हो सकती है।
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