
नई दिल्ली, 2 अगस्त : अंग विफलता से पीड़ित मरीजों को नया जीवन देने वाले दिवंगत लोगों और अपने प्रियजन की मौत के बाद अंगदान के जरिये समाज को प्रेरणा देने वाले लोगों के सम्मान में एम्स दिल्ली ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान करीब 27 अंगदानकर्ताओं को मरणोपरांत सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके परिजनों से प्राप्त किया।
एम्स के ऑर्गन रिट्रीवल बैंकिंग ऑर्गनाइजेशन (ओआरबीओ) की ओर से आयोजित ‘दाता सम्मान कार्यक्रम’ उस समय एक भावुक वातावरण में तब्दील हो गया, जब पी.एम. मैथ्यू 59 वर्ष, सुरेश राम 48 वर्ष, संतोष कुमार 30 वर्ष, बेबी देवांशी 2 वर्ष, राकेश 54 वर्ष, शशि 48 वर्ष, कंचन देवी 53 वर्ष, माया 78 वर्ष, बच्चू 51 वर्ष, माया देवी 52 वर्ष, सुरती 70 वर्ष, प्रेमवती 70 वर्ष, चंदा देवी 45 वर्ष, सौरभ 27 वर्ष, रोहित 17 वर्ष, आशुतोष शुक्ला 21 वर्ष, दीपक कुमार 28 वर्ष, नीतू 42 वर्ष, राकेश कुमार 60 वर्ष, राम चंद्र 56 वर्ष, चंद्र प्रकाश 83 वर्ष, डॉ. आनंद कुमार अग्रवाल 82 वर्ष, अशोक कुमार जैन 78 वर्ष, संपति देवी 96 वर्ष, अनिल कपूर 57 वर्ष, अमृतवल्ली गोविंदन 64 वर्ष, ज्ञान चंद 81 वर्ष को सम्मानित किया गया। इस दौरान अंग दान करने वाले व्यक्तियों के परिजनों के साथ अंग प्रत्यारोपण के जरिये अंग प्राप्त करने वाले लोग और उनके परिजन भी मौजूद रहे।
एम्स के डीन (अकादमिक) प्रोफेसर कौशल कुमार वर्मा ने कहा, हर साल, हम अंगों और ऊतकों की अनुपलब्धता के कारण और अंतिम चरण के अंग विफलता के कारण बड़ी संख्या में लोगों को खो देते हैं। हमें मिथकों और भय को दूर करना चाहिए और समाज में अंग व ऊतक दान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना चाहिए। उन्होंने दुख की घड़ी में लोगों की जान बचाने के नेक काम के लिए दाताओं और उनके परिवारों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डीन (शोध) प्रोफेसर जे.एस. तितियाल, डॉ आरती विज, डॉ रीमा दादा और एडिशनल डीसीपी (दक्षिण) अचिन गर्ग सहित वरिष्ठ संकाय सदस्य और एम्स के विभिन्न संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।