बीजेपी ने गिनाई 10 साल की उपलब्धि, बीएल वर्मा बोले , “नार्थ ईस्ट पहले उग्रवाद से ग्रस्त था, अब उसे अष्ट लक्ष्मी कहा जाता है”
बीजेपी ने गिनाई 10 साल की उपलब्धि, बीएल वर्मा बोले , "नार्थ ईस्ट पहले उग्रवाद से ग्रस्त था, अब उसे अष्ट लक्ष्मी कहा जाता है"
अमर सैनी
नोएडा। बीजेपी का घोषणा पत्र जारी होते ही सोमवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भाजपा के मंत्री और नेताओं ने प्रेस चर्चा करके घोषणा पत्र में किए गए मोदी की गारंटी की जानकारी दी। नोएडा के कैलाश सभागार में भी केंद्रीय राज्य मंत्री उत्तर पूर्व क्षेत्र के विकास एवं सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार के बीएल वर्मा ने प्रेस वार्ता की। उनके साथ नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि, भाजपा का संकल्प मोदी की गारंटी है। बीजेपी हमेशा से ही घोषणा पत्र न बोलकर संकल्प पत्र बोलता है। क्योंकि हम जो हम संकल्प लेते है उसे पूरा करने में विश्वास रखते है। ये संकल्प पत्र आगामी पांच सालों का नहीं बल्कि 2047 का रोड मैप है। 10 साल पहले मोदी जी प्रधान मंत्री बने। सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार की थी। तब प्रधानमंत्री ने कहा की देश के संसाधनों, आमदनी, सुविधाओं पर पहला हक गरीबों का है। ये गरीब, युवा, व्यापारी, उद्यमी, महिलाओं का संकल्प पत्र है। नॉर्थ ईस्ट के 8 स्टेट में 2014 से पहले उग्रवाद था। उसे अब अष्ट लक्ष्मी कहते है। सीमा सुरक्षा भी मजबूत है। 10 सालों में जितना विकास हुआ उतना 60 साल में नहीं हुआ। 5 लाख रुपए तक फ्री इलाज का वायदा हमने पूरा किया। अब भाजपा 70 साल के ऊपर सभी बुजुर्ग को आयुष्मान कार्ड में शामिल करेगी। उज्जवला योजना के तहत गरीब परिवारों को सिलेंडर दिए गए। हर घर नल लगाए गए। जिनको मील दूर पानी लेने जाना पड़ता था आज उनको घर में स्वच्छ पानी मिल रहर है। 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन दिया जा रहा है। हमने 10 साल में 56 हजार किलो मीटर हाइवे। पहले 60 साल में 74 एयरपोर्ट थे अब 174 है। देश का अनछुआ इलाका नॉर्थ ईस्ट था। हमारी सरकार ने वहां तक नेटवर्क फैलाया। रेलवे को काया कल्प किया, रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। स्टेशन का कायाकल्प किया गया। सेमी फास्ट ट्रेन चलाई गई। बुलेट ट्रेन भी साउथ और उत्तर के लिए देने की बात है। जितना विकास का काम 60 सालों में नहीं हुआ उतना 10 सालों में हुआ। काशी विश्वनाथ मंदिर और कॉरिडोर , उज्जैन , राम मंदिर का निर्माण जिसकी प्रतीक्षा लोग 500 सालों के कर रहे थे।
22 जनवरी को प्राण पृष्ठ गई। मंदिर बनने के बाद प्राणप्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण दिया उसका भी विपक्ष ने निरादर किया और ठुकरा दिया। देश में दीपावली मनाई गई। विकास और विरासत का नाम भी बढ़ाया। धारा 370 को हटाया।