Greater Noida: यूपी रेरा में रिश्वत लेते लेखाकार रंगे हाथ गिरफ्तार, मेरठ एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई

Greater Noida: यूपी रेरा में रिश्वत लेते लेखाकार रंगे हाथ गिरफ्तार, मेरठ एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई
रिपोर्ट: अमर सैनी
ग्रेटर नोएडा में यूपी रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (यूपी रेरा) कार्यालय में काम के बदले रिश्वत मांगने का गंभीर मामला सामने आया है। मेरठ एंटी करप्शन टीम ने शनिवार को यूपी रेरा के लेखाकार हरेंद्र गोस्वामी को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सहायक निदेशक कुलदीप की शिकायत पर की गई। कुलदीप ने वर्ष 2014 में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-10 स्थित अमात्रा होम्स प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक किया था, जिसका कब्जा उन्हें 2018 में मिलना था, लेकिन डेवेलपर ने बिना ऑक्यूपेशन और कंप्लीशन सर्टिफिकेट के 2019 में फ्लैट सौंप दिया और अतिरिक्त चार लाख रुपये की मांग कर दी।
कुलदीप ने इस अनियमितता के खिलाफ यूपी रेरा में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बिल्डर की अपील भी जून 2022 में खारिज हो गई थी। इसके बावजूद पिछले तीन वर्षों से कुलदीप न्याय की तलाश में यूपी रेरा के चक्कर लगा रहे थे। इसी दौरान लेखाकार हरेंद्र गोस्वामी ने उनका काम जल्दी कराने के नाम पर पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी। असमर्थता जताने पर पांच हजार रुपये तत्काल और शेष राशि बाद में देने की शर्त रखी गई। कुलदीप ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी मेरठ एंटी करप्शन टीम को दी और योजना के अनुसार शनिवार को जब हरेंद्र गोस्वामी रिश्वत लेते पकड़े गए तो टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर बीटा-2 कोतवाली भेज दिया।
पीड़ित कुलदीप ने बताया कि एक केंद्रीय अधिकारी होने के बावजूद वह तीन साल से न्याय के लिए भटक रहे थे और अब चाहते हैं कि यूपी रेरा में व्यापक सुधार हों ताकि आम जनता को समय पर न्याय मिल सके। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद यूपी रेरा कार्यालय के कामकाज और पारदर्शिता पर भी सवाल उठे हैं। वहीं, यूपी रेरा के अधिकारी भी कोतवाली पहुंचकर आरोपी लेखाकार के खिलाफ आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं।