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नई दिल्ली: कलावती अस्पताल का नवजात शिशु देखभाल केंद्र बंद

नई दिल्ली: -निदेशक डॉ. सरिता बेरी ने वित्तीय अभाव के चलते लिया फैसला

नई दिल्ली, 16 जून : नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य देखभाल और जीवन को बचाने के लिए कलावती सरन बाल अस्पताल में स्थापित ‘एफबीएनसी’ को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। इसके पीछे अस्पताल प्रशासन ने फंड की कमी होने और इलाज के लिए अस्पताल आने वाले नवजात मरीजों की संख्या में कमी को प्रमुख वजह बताया है।

दरअसल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एवं संबद्ध अस्पताल की निदेशक डॉ. सरिता बेरी ने बीते वीरवार को कलावती अस्पताल के ‘एफबीएनसी’ को बंद करने का आदेश जारी किया है। जिसके पीछे यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) से अनुदान सहायता ना मिलने को प्रमुख वजह बताया गया है। साथ ही परियोजना को जारी रखने के लिए औपचारिक वित्तीय मंजूरी का अभाव और ‘एनसीसी-एफबीएनसी’ परियोजना के तहत शिशु केंद्र में तैनात जनशक्ति के पास काम की कमी होना बताया है।

क्या है एफबीएनसी ?
एफबीएनसी का मतलब सुविधा आधारित नवजात देखभाल कार्यक्रम है। यह एक ऐसी प्रणाली है जो नवजात शिशुओं को जन्म के बाद 48 घंटों तक और फिर 15 महीने तक घर पर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है। एफबीएनसी का उद्देश्य नवजात शिशुओं की मृत्यु दर को कम करना। नवजात शिशुओं को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और उनके स्वास्थ्य और विकास को बढ़ावा देना है। इसके अलावा नवजात शिशुओं की नियमित जांच करना, आवश्यक टीके लगाना और संक्रमण से बचाना है। कुल मिलाकर एफबीएनसी नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और जीवन को बचाने में मदद करता है।

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