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योगी आदित्यनाथ करेंगे ‘कुंभवाणी’ चैनल और ‘कुंभ मंगल ध्वनि’ का लोकार्पण

Yogi Adityanath will inaugurate 'Kumbhwani' channel and 'Kumbh Mangal sound'

योगी आदित्यनाथ करेंगे ‘कुंभवाणी’ चैनल और ‘कुंभ मंगल ध्वनि’ का लोकार्पण

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए समर्पित आकाशवाणी के विशेष चैनल ‘कुंभवाणी’ (एफएम 103.5 मेगाहर्ट्ज) और ‘कुंभ मंगल ध्वनि’ का लोकार्पण करेंगे। यह कार्यक्रम सर्किट हाउस, प्रयागराज में आयोजित होगा। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन भी ऑनलाइन माध्यम से शामिल होंगे।

कुंभवाणी चैनल का उद्देश्य

कुंभवाणी चैनल महाकुंभ के दौरान प्रयागराज से श्रद्धालुओं और दर्शकों तक आंखों देखा हाल और महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाएगा। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होगा जो कुंभ में भाग लेने के लिए प्रयागराज नहीं आ सकेंगे। प्रसार भारती की यह पहल न केवल आस्था की ऐतिहासिक परंपरा को बढ़ावा देगी, बल्कि दर्शकों को घर बैठे सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों का अनुभव करवाएगी।

प्रसारण विवरण

  • प्रसारण अवधि: 10 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025
  • समय: सुबह 5:55 बजे से रात 10:05 बजे तक
  • आवृत्ति: एफएम 103.5 मेगाहर्ट्ज

कुंभवाणी के प्रमुख कार्यक्रम

  1. सजीव प्रसारण
    • मुख्य स्नान पर्व (14 और 29 जनवरी, 3 फरवरी) का आंखों देखा हाल।
    • कुंभ क्षेत्र की दैनिक गतिविधियों की लाइव रिपोर्टिंग।
  2. सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
    • धारावाहिक ‘शिव महिमा’
    • भारतीय सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित कार्यक्रम।
  3. टॉक शो
    • ‘नमस्कार प्रयागराज’ (सुबह 9:00-10:00 बजे)।
    • ‘संगम तट से’ (शाम 4:00-5:30 बजे)।
  4. स्वास्थ्य परामर्श
    • लाइव ‘हेलो डॉक्टर’ कार्यक्रम।
  5. कुंभ समाचार
    • प्रमुख समाचार बुलेटिन सुबह 8:40, दोपहर 2:30, और रात 8:30 बजे।
  6. महत्वपूर्ण सूचनाएं
    • यात्रा, स्वच्छता, खोया-पाया, और अन्य मार्गदर्शक जानकारी।

विशेष योगदान

कुंभवाणी न केवल श्रद्धालुओं को महाकुंभ से जोड़ेगा, बल्कि यह देश और दुनिया तक प्रयागराज के इस ऐतिहासिक महोत्सव का माहौल भी पहुंचाएगा।

उपस्थित गणमान्य

कार्यक्रम में प्रसार भारती के अध्यक्ष डॉ. नवनीत कुमार सहगल, सीईओ गौरव द्विवेदी, आकाशवाणी महानिदेशक डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़, और दूरदर्शन महानिदेशक कंचन प्रसाद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। आकाशवाणी की यह पहल भारतीय संस्कृति और परंपराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।

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