उत्तर प्रदेश, नोएडा: स्वीकृत मानकों की संख्या 450 से बढ़कर 750 तक पहुंची
उत्तर प्रदेश, नोएडा: स्वीकृत मानकों की संख्या 450 से बढ़कर 750 तक पहुंची

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। भारतीय मानक ब्यूरो ने उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद मुहैया कराने के लिए मानकों की संख्या में तेजी से इजाफा करता जा रहा है। ब्यूरो का प्रयास है कि उपभोक्ताओं को मिलने वाला अधिक से अधिक उत्पाद मानक गुणवत्ता वाला हो। वर्तमान में 750 ऐसे उत्पाद हैं जिनके मानक स्वीकृत किए जा चुके हैं, हालांकि यह संख्या पिछली साल 450 थी।
शहर के सेक्टर 62 स्थित भारतीय मानक ब्यूरो की नोएडा शाखा के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में हर प्रकार की वस्तुओं के करीब 22750 मानक तैयार किये जा चुके हैं। यह संख्या पिछली बार 20 हजार तक सीमित थी। मानकों को तय करने के लिए वैज्ञानिक तेजी से कार्यरत हैं। वहीं स्वीकृत मानकों की संख्या 450 से बढ़कर अब 750 तक पहुंच चुकी है। पिछले साल सिर्फ 450 ही ऐसे उत्पाद थे, जिनके मानकों को स्वीकृति मिल चुकी है। अब इन्हें और भी बढ़ाने की कवायद जारी है। भारतीय मानक ब्यूरो के निदेशक विक्रांत ने बताया कि इन स्वीकृत मानकों के जरिए उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ाया जाता है, उन्हें किसी विदेशी नही बल्कि भारतीय मानकों के अनुरूप रखा जाता है।
भारतीय मानक ब्यूरो के कॉर्डिनेटर राजीव वर्मा ने बताया कि आज की कड़ी प्रतिस्पर्धा के दौर में उद्योग जगत में अधिकतर ऐसे लोग हैं जो उत्पादों की गुणवत्ता को गिराकर अधिक लाभ उठाने का प्रयास करते हैं। इसका सीधा असर उन उत्पादों के उपयोगकर्ताओं पर यानी उपभोक्ताओं पर पड़ता है। फिर चाहे वह किसी भी तरह के उत्पाद हों, इससे अक्सर उपभोक्ताओं के हक का हनन तो होता ही है, साथ ही वह ठगा हुआ भी महसूस करते हैं। इसी रोकथाम के लिए उत्पादों की गुणवत्ता काफी महत्वपूर्ण है।
91 आयुर्वेदिक उत्पादों के मानक हुए तय
भारतीय मानक ब्यूरो के अधिकारियों के अनुसार आयुष विभाग के करीब 91 ऐसे उत्पाद जिनका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, उन उत्पादों के मानकों को भी तय किया गया है। इनमें शिलाजीत, अश्वगंधा, ऑवला समेत कुल 91 औषधीय उत्पाद शामिल हैं। यानी अब यह उत्पाद भी भारतीय मानकों के अनुरूप तैयार किए जाएंगे। ताकि गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखा जा सके। इसी को ध्यान में रखते हुए इनके मानकों को तय किया जा रहा है।
अगर उत्पाद में लगे कमी तो करें शिकायत
बीआईएस के अनुसार, हेलमेट, जूते चप्पल, सोने चांदी समेत अन्य उत्पाद के लिए मानक स्वीकृत हैं। ऐसे में यदि कोई उपभोक्ता उत्पाद की गुणवत्ता को लेकर शिकायत करता है तो उसके मानकों की जांच की जाएगी। अगले तीन दिनों के अंदर ही उनका निस्तारण भी किया जाएगा। साथ ही बीआईएस केयर एप के जरिए भी किसी भी उत्पाद की जानकारी और उसके मानक समेत अन्य जानकारियों को प्राप्त किया जा सकता है।
शैक्षणिक संस्थानों के पाठ्यक्रम में शामिल होगा मानक विषय
उपभोक्ता मामले के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी आज सेक्टर 62 स्थित बीआईएस के शैक्षणिक भवन निट्स में कई योजनाओं की शुरुआत करेंगे। इनमें लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, लैब उपकरण एकीकरण, मानक पोर्टल के ओएसटी मॉड्यूल, 25 एएचसी में हॉलमार्क आभूषणों का वजन और फोटोग्राफ लेने की पायलट परियोजना समेत विभिन्न एमओयू हस्ताक्षरित संस्थानों में शिक्षा पाठ्यक्रमों को सम्मिलित करने जैसे विभिन्न जरूरी परियोजनाओं की शुरूआत करेंगे।
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