राज्यउत्तर प्रदेशराज्य

उत्तर प्रदेश : मथुरा में बाढ़ की तैयारी, डीएम ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

Mathura News (सौरभ) : मथुरा में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए, जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने जिला बाढ़ योजना समिति की आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की गई और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए।

प्रशासन की व्यापक तैयारी

जिलाधिकारी ने सभी उप-जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गाँवों में जाकर बैठक करें और ग्राम स्तर पर टीमें बनाएं। इन टीमों में पंचायती राज, स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, पशुपालन, और विद्युत विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल होंगे। इन टीमों को बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

स्वास्थ्य सेवाएँ और सुरक्षित विस्थापन

मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी राहत शिविरों में स्वास्थ्य टीमें, एंबुलेंस और सभी जरूरी मेडिकल सुविधाएँ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। आगामी दिनों में यमुना का जलस्तर 4 से 6 सितंबर 2025 के बीच अपने चरम पर पहुंचने की संभावना है, इसे देखते हुए सभी उप-जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे बाढ़ प्रभावित परिवारों और उनके पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की व्यवस्था करें।

राहत और सुविधाएँ

जिला पूर्ति अधिकारी को राशन डीलरों को सक्रिय रखने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहले से ही राशन पहुँचाने का निर्देश दिया गया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पशुओं के लिए हरा चारा, भूसा, और पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया। 2023 की बाढ़ में लगभग 5 हजार पशुओं को शिफ्ट किया गया था, जबकि इस बार 10 हजार पशुओं को शिफ्ट करने का लक्ष्य रखा गया है।

निगरानी और सुरक्षा उपाय

सिंचाई विभाग को यमुना के जलस्तर पर लगातार नजर रखने और जिला प्रशासन को नियमित रूप से जानकारी देने का निर्देश दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिसकर्मियों को अलर्ट मोड पर रखा है और बाढ़ प्रभावित सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाने और वाहनों का आवागमन रोकने के निर्देश दिए।

बैठक में मौजूद रहे अधिकारी

बैठक में अपर जिलाधिकारी पंकज कुमार वर्मा और अमरेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने इन सभी व्यवस्थाओं का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस आपदा की स्थिति में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Related Articles

Back to top button