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Noida Crime : सैंथली डबल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी, आरोपियों की निशानदेही पर पिस्टल और थार कार बरामद

Noida Crime : सैंथली डबल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी, आरोपियों की निशानदेही पर पिस्टल और थार कार बरामद

नोएडा। दिवाली की रात सैंथली गांव में हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। थाना जारचा पुलिस ने बुधवार को मुख्य आरोपी मनोज पहलवान और प्रिंस भाटी को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसके बाद दोनों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दो देसी पिस्टल (.30 बोर), दो खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस और एक काली महिंद्रा थार कार बरामद की गई। पुलिस के मुताबिक, यही हथियार और वाहन घटना में इस्तेमाल किए गए थे।

नाली विवाद से शुरू हुआ था खूनी संघर्ष
यह मामला 20 अक्टूबर का है जब थाना जारचा क्षेत्र के गांव सैंथली में नाली के पानी के विवाद को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया था। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि आरोपियों ने अजयपाल और दिपांशु को गोली मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस सनसनीखेज वारदात से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की थी।

मुख्य आरोपी मनोज पहलवान का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी मनोज नागर उर्फ मनोज पहलवान निवासी सादुल्लापुर थाना इकोटेक-3 का आपराधिक इतिहास बेहद लंबा और गंभीर है। उस पर हत्या, अपहरण, लूट, डकैती, गैंगस्टर और आर्म्स एक्ट जैसे 19 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। वह 2006 से अपराध जगत में सक्रिय रहा है और कई बार जेल भी जा चुका है। दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़ और गौतमबुद्धनगर के कई थानों में उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।
दूसरा आरोपी प्रिंस भाटी निवासी सैंथली भी आपराधिक मामलों में लिप्त पाया गया है। उसके खिलाफ जारचा में हत्या के प्रयास और बुलंदशहर में एक अन्य मामला दर्ज है।

फॉरेंसिक जांच से खुलेगा और राज़
पुलिस ने बताया कि बरामद दोनों पिस्टल और कार को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि यह पुष्टि हो सके कि हत्या में इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। जांच एजेंसियां अब यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि इस वारदात में और कौन शामिल था तथा अपराधियों ने घटना के बाद किन-किन जगहों पर शरण ली। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बरामदगी से मामले की तह तक पहुंचने में मदद मिलेगी और जल्द ही पूरा सच सामने आ जाएगा।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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