उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एथॉरिटी ने ई-साइकिल योजना पर NTC से मांगा जवाब
उत्तर प्रदेश, नोएडा: -CEO के निर्देश पर बनी थी जांच समिति, एग्रीमेंट के मुताबिक कंपनी ने नहीं किया काम

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा।पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से नोएडा प्राधिकरण ने ई-साइकिल परियोजना को नोएडा स्थापना दिवस पर लॉन्च किया था। जिससे आसपास के कार्यालयों में आने जाने वाले लोगों को सार्वजनिक वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। योजना लॉन्च होने के चार माह बाद ही फ्लाप हो गई है।
कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाना था। बतौर इसकी जांच के लिए सीईओ के निर्देश पर तीन शीर्ष अधिकारियों जिसमें एसीईओ सतीश पाल, ओएसडी महेंद्र प्रसाद और जीएम आरपी सिंह की एक समिति बनाई। इस समिति ने एनटीसी से कुछ बिंदुओं पर जवाब मांगा है। प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल ने बताया कि कंपनी एग्रीमेंट के अनुसार काम नहीं कर पा रही। प्राधिकरण की उम्मीदों पर खरी नहीं है। ऐसे में समिति ने फाइलों की जांच की। जांच में कई पाइंट सामने निकल कर आए। जिनको वेरिफाइ किया जा रहा है। इसके लिए एनटीसी के जीएम से तत्काल जवाब मांगा गया है। वो अपने स्तर या फाइल को मूव कराने वाले सक्षम कर्मियों से जवाब लेकर तत्काल समिति के सक्षम उपलब्ध कराएंगे। जिससे आगे की जांच की जाएगी।
क्या है मामला इसे समझे
टर्बन मोबिलिटी को 62 डॉक स्टेशन पर इ साइकिल चलानी थी। 2023 में करीब चार साल की कवायद के बाद योजना को शुरु किया गया। उस समय 31 डॉक स्टेशनों पर ई साइकिल को शुरू किया। कंपनी ने कहा कि चार महीने में सभी 62 डॉक स्टेशनों पर ई साइकिल को शुरू किया जाएगा।
ऐसा हुआ नहीं। प्राधिकरण ने योजना लॉन्च के होने करीब एक साल बाद कंपनी को नोटिस जारी किया। कंपनी ने जवाब नहीं दिया। इसी तरह दूसरा और अंतिम नोटिस जारी किया गया और कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने को कहा गया।
इन सवालों का मांगा जवाब
उन्होंने बताया कि जीएम एनटीसी ने पूछा गया है कि टर्बन मोबिलिटी के साथ जो एग्रीमेंट किया गया है उसके अनुसार वो ई साइकिल चल रही है या नहीं?, कंपनी में पहले फेज में 31 स्थानों पर डॉक स्टेशन (जहां साइकिल खड़ी होती है) पर एग्रीमेंट के अनुसार विज्ञापन का कितना राइट्स दिया गया। वो उससे ज्यादा या अन्य डॉक स्टेशनों पर भी विज्ञापन कर रही है या नहीं इसका क्या स्टेटस है ? फाइलिंग प्रक्रिया को कैसे बढ़ाया गया। किन-किन कर्मचारियों ने कंपनी से संबंधित फाइल को मूव किया और कहा खामी रही।
कंपनी ने बदले डायरेक्टर
इसके अलावा अन्य पाइंट भी शामिल है। जिनको पूछा गया। उन्होंने बताया कि तत्काल प्रभाव से ये जवाब प्राधिकरण अधिकारी को देना होगा। जिसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
इस मामले में कंपनी ने कई बार अपने डायरेक्टर बदले और विज्ञापन के लिए डॉक स्टेशन की लोकेशन बदलने का आग्रह किया। जिसके बाद सीईओ ने पूरे मामले की जांच बैठा दी।