मलोट, जिला श्री मुक्तसर साहिब में 10 सितंबर को महिलाओं के लिए लगाया जाएगा विशेष मेगा रोजगार कैंप: डॉ. बलजीत कौर
कहा ,मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध
रिपोर्ट :कोमल रमोला
चंडीगढ़, 6 सितंबर
पंजाब सरकार द्वारा 10 सितंबर, मंगलवार को मलोट, जिला श्री मुक्तसर साहिब में महिलाओं के लिए विशेष मेगा रोजगार/नौकरी कैंप की शुरुआत की जा रही है। इस तरह के और विशेष मेगा रोजगार कैंप राज्य के सभी जिलों में क्रमवार लगाए जाएंगे। इसका ऐलान सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने किया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि इस रोजगार कैंप में विभिन्न प्रसिद्ध कंपनियां 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट पास लड़कियों को रोजगार के मौके प्रदान करने के लिए हिस्सा ले रही हैं। यह कैंप सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग द्वारा रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण विभाग, पंजाब के सहयोग से लगाया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही स्वरोज़गार से संबंधित विभिन्न विभागों द्वारा अपनी-अपनी स्वरोज़गार योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और इच्छुक आवेदकों को लोन भी उपलब्ध कराया जाएगा।
मंत्री ने राज्य की महिलाओं से अपील की कि मेगा रोजगार कैंप में अधिक से अधिक भागीदारी करें। उन्होंने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अधीन आने वाले विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से गांवों में घोषणा करवाएं और महिलाओं को इन कैंपों का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इस प्रतिबद्धता के तहत पंजाब सरकार द्वारा आने वाले दिनों में क्रमवार सभी जिलों में रोजगार कैंप आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार महिलाओं के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने को विशेष प्राथमिकता दे रही है और ये रोजगार कैंप इस दिशा में एक अहम कदम हैं। इन कैंपों का उद्देश्य महिलाओं को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार प्रदान करना है।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि इन कैंपों का मुख्य उद्देश्य रोजगार में लैंगिक अंतर को समाप्त करना, आर्थिक सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना और महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करना है।
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