Bulandshahr: बुलंदशहर में बनेगा शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ महाराज का भव्य मंदिर
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Bulandshahr: बुलंदशहर में बनेगा शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ महाराज का भव्य मंदिर
रिपोर्ट: अवनीश त्यागी
बुलंदशहर के गांव वैरा फिरोजपुर में आज जगतगुरु आदि शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ महाराज की जन्मस्थली पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास किया गया। इस शुभ अवसर पर भानुपुरा शक्तिपीठ के आदि शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ महाराज ने साधु-संतों के साथ विधिवत पूजा-अर्चना कर शिलान्यास किया। धार्मिक अनुष्ठानों के बीच आयोजित इस भव्य समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और संत समाज शामिल हुआ। आदि शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ महाराज ने जगतगुरु शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ महाराज की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया। अपने प्रवचन में शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ महाराज जैसी महान दिव्य आत्मा जहां जन्म लेती है, वह स्थान भी तीर्थ बन जाता है। उन्होंने माता-पिता की सेवा और गुरु की आज्ञा का पालन करने को सबसे बड़ा धर्म बताया।
जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान हैं, क्योंकि जन्मभूमि मनुष्य को मोक्ष का मार्ग दिखाती है। गुरु के बिना ईश्वर की प्राप्ति असंभव है और गुरु के बताए मार्ग पर चलकर ही ईश्वर को पाया जा सकता है। शंकराचार्य ने मानव जीवन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान ने मनुष्य को अनमोल रत्न के रूप में बनाया है। उन्होंने परिश्रम और भक्ति दोनों को आवश्यक बताया और कहा कि श्रद्धा और समर्पण से कठिन से कठिन परिस्थितियां भी पार की जा सकती हैं। समारोह में शिव ग्रोवर, भारत भूषण ग्रोवर, सुनील त्यागी, अध्यक्ष सुधाकर, सचिव अरविंद त्यागी, कोषाध्यक्ष अरविंद त्यागी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने साधु-संतों को उपहार और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस भव्य शिलान्यास कार्यक्रम से ग्रामीणों में उत्साह है और पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक उल्लास का माहौल बना हुआ है।