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NOSHIR GOWADIA: बी-2 बमवर्षक बनाने वाला भारतीय इंजीनियर आज जेल में क्यों है? जानिए पूरी कहानी

NOSHIR GOWADIA, बी-2 बमवर्षक विमान के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय इंजीनियर, आज अमेरिकी जेल में सजा काट रहे हैं। जानिए क्या है पूरा मामला।

NOSHIR GOWADIA, बी-2 बमवर्षक विमान के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय इंजीनियर, आज अमेरिकी जेल में सजा काट रहे हैं। जानिए क्या है पूरा मामला।

NOSHIR GOWADIA: बी-2 बमवर्षक बनाने वाला भारतीय इंजीनियर आज अमेरिकी जेल में क्यों है?

हाल ही में ईरान और इजराइल के बीच हुए युद्ध में अमेरिका ने ईरान पर दबाव बनाने के लिए बी-2 स्पिरिट बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल किया। यह वही विमान है जिसकी तकनीकी डिजाइन में NOSHIR GOWADIA का बड़ा योगदान था। मुंबई में जन्मे NOSHIR GOWADIA ने इस अत्याधुनिक बमवर्षक के विकास में अहम भूमिका निभाई। लेकिन आज वही इंजीनियर अमेरिका की जेल में सजा काट रहा है। आखिर क्यों?

OSI PJ key in Noshir Gowadia espionage case > Office of Special Investigations > Display

बी-2 बमवर्षक और Noshir Gowadia का योगदान

बी-2 स्पिरिट बमवर्षक, अमेरिका की सबसे उन्नत स्टील्थ तकनीक वाला विमान है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह दुश्मन के रडार से बचकर गहरे टारगेट पर हमला कर सकता है। अमेरिकी वायुसेना ने हाल ही में इस विमान का उपयोग कर ईरान की तीन अहम परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाया था। विशेषज्ञों के अनुसार, बी-2 की इस कार्रवाई ने ईरान को युद्ध विराम के लिए मजबूर किया।

B-2 बमवर्षक बनाने वाला भारतीय इंजीनियर आज जेल में क्यों है?

NOSHIR GOWADIA इस विमान के विकास में तकनीकी रूप से जुड़े रहे। उन्होंने इसके रडार अवॉयडेंस फीचर्स में अहम योगदान दिया था।

क्यों जेल में है Noshir Gowadia?

NOSHIR GOWADIA फिलहाल अमेरिका के कोलोराडो स्थित फ्लोरेंस जेल में सजा काट रहे हैं। एफबीआई के मुताबिक, उनकी उम्र इस वक्त करीब 81 साल है। उन्हें अक्टूबर 2005 में गिरफ्तार किया गया था। आरोप था कि उन्होंने “जानबूझकर” राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी ऐसे व्यक्ति को दी जिसे यह जानकारी पाने का अधिकार नहीं था।

चीन को दी तकनीक

मुकदमे के दौरान सामने आया कि NOSHIR GOWADIA ने 2003 से 2005 के बीच छह बार चीन का दौरा किया था। इन दौरों के दौरान उन्होंने चीनी अधिकारियों को रडार से बचने वाली क्रूज मिसाइल तकनीक की महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। जांच में यह भी पता चला कि इसके बदले उन्हें 1.1 लाख डॉलर से अधिक की रकम मिली थी।

सजा का ऐलान

करीब चार महीने तक चले मुकदमे के बाद, अगस्त 2010 में NOSHIR GOWADIA को दोषी ठहराया गया। जनवरी 2011 में उन्हें 32 साल की जेल की सजा सुनाई गई। अमेरिकी कानून के अनुसार, यह मामला बेहद गंभीर श्रेणी में आता है क्योंकि इसमें राष्ट्रीय रक्षा से जुड़ी जानकारियां विदेशी सरकार को बेचने का आरोप सिद्ध हुआ था।

NOSHIR GOWADIA, जो कभी अमेरिका के सबसे उन्नत बमवर्षक विमान बी-2 स्पिरिट के निर्माण में अहम भूमिका निभा चुके थे, आज अमेरिकी जेल में 32 साल की सजा काट रहे हैं। उनका यह मामला इस बात का उदाहरण है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी तकनीकों के दुरुपयोग का अंजाम कितना बड़ा हो सकता है।

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