Noida protest: नोएडा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का जोरदार प्रदर्शन, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में फूंका पुतला

Noida protest: नोएडा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का जोरदार प्रदर्शन, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में फूंका पुतला
नोएडा में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे कथित अत्याचारों के विरोध में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद (VHP) सहित कई हिंदू संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश का पुतला फूंका और पैदल मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां और भगवा झंडे लेकर सड़कों पर उतरे और नारेबाजी करते हुए सरकार से इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने की मांग की।
विरोध मार्च दोपहर करीब 12 बजे नोएडा स्टेडियम के गेट नंबर-4 से शुरू हुआ। वहां से सभी प्रदर्शनकारी पैदल मार्च करते हुए डीएम चौक पहुंचे, जहां उन्होंने एकत्र होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी, ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो। प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कार्यकर्ताओं में रोष साफ दिखाई दिया।
प्रदर्शन के दौरान बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे पूरे भारतवर्ष के हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही निंदनीय घटनाओं की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हत्याएं, हमले और धार्मिक उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं, वे न केवल मानवता बल्कि सभ्यता के भी खिलाफ हैं। ऐसी घटनाओं का तुरंत और कठोर विरोध किया जाना आवश्यक है।
नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि हर धर्म और समुदाय को सुरक्षित और सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार है। बांग्लादेश में हो रही इन घटनाओं से केवल हिंदू समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर भी खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और भारत सरकार से अपील की कि वह इस गंभीर स्थिति का संज्ञान ले और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाकर वहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित कराए।
विश्व हिंदू परिषद, नोएडा महानगर के अध्यक्ष अनिल चतुर्वेदी ने इन घटनाओं की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के अत्याचार किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने भारत सहित दुनिया भर में रह रहे हिंदुओं और संगठन के समर्थकों से अपील की कि वे शांतिपूर्ण तरीके से इन घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का उद्देश्य किसी देश या समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाना नहीं, बल्कि सरकारों और अंतरराष्ट्रीय मंचों का ध्यान इस गंभीर मानवीय संकट की ओर आकर्षित करना है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
प्रदर्शन के अंत में कार्यकर्ताओं ने एकजुटता दिखाते हुए यह संकल्प लिया कि जब तक बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को सुरक्षा और न्याय नहीं मिलता, तब तक वे लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठाते रहेंगे।




