Noida: नोएडा में किशोर मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान, माता-पिता को काउंसलिंग की सलाह

Noida: नोएडा में किशोर मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान, माता-पिता को काउंसलिंग की सलाह
नोएडा। किशोरों में आत्महत्या जैसे विचारों की प्रवृत्ति बढ़ रही है और इसका एक प्रमुख कारण यह बताया गया है कि माता-पिता अपने बच्चों की भावनात्मक स्थिति, दबाव और जरूरतों को ठीक से नहीं समझ पा रहे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए अब अभिभावकों की काउंसलिंग की जा रही है, ताकि वे अपने बच्चों के साथ बेहतर संवाद स्थापित कर सकें और उनकी मानसिक स्थिति को समझ सकें।
हेडस्पेस हीलिंग की फाउंडर और क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ. जया सुकुल ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 30-35 किशोर आते हैं, जिनमें सुसाइड के विचार वाले मामले भी शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि किशोरों और उनके बड़े भाई-बहनों या माता-पिता के बीच जनरेशन गैप भी एक बड़ा कारण है, क्योंकि बड़े लोग अक्सर किशोरों के मानसिक तनाव को गंभीरता से नहीं लेते।
इस स्थिति के कारण किशोर अपने आपको अकेला और बिना किसी मदद के महसूस करते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि माता-पिता को बच्चों के साथ संवाद और समझदारी के साथ पेश आना चाहिए, ताकि किशोरों में आत्महत्या के खतरों को कम किया जा सके और उनकी मानसिक स्थिति को सुदृढ़ किया जा सके।
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