
New Delhi : राजधानी में आयोजित BCS रत्न अवार्ड्स 2025 के 11वें संस्करण में भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत का टीवी उद्योग केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि देश को जोड़ने का सबसे बड़ा साझा सांस्कृतिक मंच है। उन्होंने कहा कि अब समय है कि प्रसारक और डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफ़ॉर्म ऑपरेटर (DPOs) मिलकर नवाचार करें और विनियमन-शिथिलीकरण (deregulation) की दिशा में कदम बढ़ाएँ, ताकि उद्योग की असली क्षमता सामने आ सके।
उन्होंने ने कहा, “आप केवल प्रसारण के व्यवसाय में नहीं हैं, बल्कि एक-एक स्क्रीन के माध्यम से भारत को एकजुट करने के मिशन में हैं।” उन्होंने बताया कि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा टीवी बाज़ार है, जो 21 करोड़ से अधिक घरों और पाँच गुना अधिक व्यक्तिगत दर्शकों तक पहुँचता है। डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बावजूद, 2024 में हर दस में से नौ लोगों ने लाइव टीवी देखना जारी रखा, जबकि लगभग 60% भारतीय हर महीने लिनियर टीवी से जुड़े रहे।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भारत के 98% टीवी-युक्त घरों में केवल एक ही टीवी होता है, जिससे को-व्यूइंग (पारिवारिक साझा दर्शकता) का असर कई गुना बढ़ जाता है। “इसका मतलब है कि हर कार्यक्रम और विज्ञापन एक साथ कई लोगों तक पहुँचता है, जिससे उसका असर अधिक गहरा होता है,” उन्होंने कहा।
कार्यक्रम में टीवी की लोकप्रियता और भरोसे के उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि IPL 2025 ने 52.5 करोड़ दर्शकों को टीवी से जोड़ा, 2024 के आम चुनाव परिणामों के दौरान 88 करोड़ दर्शक जुड़े, और कोविड-19 लॉकडाउन में रामायण के पुन: प्रसारण ने एक दिन में 7.7 करोड़ दर्शकों का रिकॉर्ड बनाया।
ठाकुर ने कहा कि उद्योग, नियामकों और नीति-निर्माताओं को मिलकर ऐसा विन–विन इकोसिस्टम बनाना चाहिए, जिसमें कंटेंट और कनेक्टिविटी दोनों का विकास हो। उन्होंने कंटेंट अवार्ड्स के चयन में केवल लोकप्रियता नहीं, बल्कि सामाजिक प्रभाव को भी मानदंड बनाने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम का समापन भारतीय टेलीविज़न के उज्ज्वल भविष्य की कामना और उद्योग के सभी पक्षों से साझेदारी की अपील के साथ हुआ। BCS रत्न अवार्ड्स में ब्रॉडकास्टिंग, केबल, DTH, IPTV, ब्रॉडबैंड, OTT और डिजिटल क्षेत्रों के 55 अग्रदूतों को सम्मानित किया गया।