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Medanta Hospital Noida: इलाज कराने भारत आए तुर्कमेनिस्तान के बुजुर्ग को मिली नई जिंदगी, मेदांता में सफल DBS सर्जरी से थमा हाथ का कंपन

Medanta Hospital Noida: इलाज कराने भारत आए तुर्कमेनिस्तान के बुजुर्ग को मिली नई जिंदगी, मेदांता में सफल DBS सर्जरी से थमा हाथ का कंपन

नोएडा के मेदांता अस्पताल में डॉक्टरों ने किया कमाल, अत्याधुनिक न्यूरोसर्जरी तकनीक से मरीज को मिली राहत
नोएडा। भारत में चिकित्सा क्षेत्र की उत्कृष्टता का एक और उदाहरण सामने आया है। नोएडा के सेक्टर-50 स्थित मेदांता अस्पताल में चिकित्सकों की टीम ने तुर्कमेनिस्तान के 65 वर्षीय बुजुर्ग मरीज की डीप ब्रेन स्टिम्यूलेशन (DBS) सर्जरी कर हाथों के लगातार हो रहे कंपन का सफल इलाज किया है। वर्षों से पीड़ित यह मरीज अब सामान्य जीवन जी पा रहा है।

वर्षों से झेल रहे थे हाथों के कंपन की समस्या
डॉक्टरों के अनुसार मरीज के दाहिने हाथ में कई सालों से कंपन रहता था, जिससे उसे खाना खाने, लिखने और रोजमर्रा के कामों में अत्यधिक दिक्कत होती थी। दवाइयों से कोई स्थायी राहत न मिलने के बाद मरीज ने भारत में इलाज कराने का निर्णय लिया। जांच के बाद पता चला कि यह समस्या Essential Tremor (कंपकंपी) की है, जिसका समाधान सर्जरी के माध्यम से ही संभव था।

डीप ब्रेन स्टिम्यूलेशन तकनीक से मिला स्थायी समाधान
मेदांता न्यूरोसर्जरी विभाग के निदेशक डा. यशपाल बुंदेला ने बताया कि मरीज को डीप ब्रेन स्टिम्यूलेशन सर्जरी की सलाह दी गई थी। इस तकनीक में मस्तिष्क के भीतर एक पतला इलेक्ट्रोड लगाया जाता है, जो न्यूरोनल गतिविधि को नियंत्रित कर कंपन को कम करता है। सर्जरी डा. यशपाल बुंदेला, डा. अनिल धर और डा. नमिता कौल की विशेषज्ञ टीम ने की।

टीम ने सर्जरी के दौरान स्टीरियोटैक्टिक नेविगेशन और इंट्रा-ऑपरेटिव न्यूरोफिजियोलॉजिकल मॉनिटरिंग जैसी उन्नत तकनीकों का प्रयोग किया। इससे सटीक स्थान पर इलेक्ट्रोड लगाने में मदद मिली और सर्जरी पूरी तरह सफल रही।

मरीज के जीवन में लौटी सामान्यता
डॉक्टरों ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज के हाथों में कंपन लगभग समाप्त हो गया है। अब वह खुद खाना खा सकते हैं, लिख सकते हैं और वस्तुओं को पकड़ सकते हैं। डा. बुंदेला के अनुसार, “यह सर्जरी न केवल मरीज के लिए बल्कि चिकित्सा विज्ञान के लिए भी एक बड़ी सफलता है। यह साबित करता है कि डीबीएस सर्जरी से पार्किंसन या कंपकंपी जैसे जटिल न्यूरोलॉजिकल विकारों का भी प्रभावी इलाज संभव है।”

भारत बना मेडिकल टूरिज्म का केंद्र
मेदांता अस्पताल में इस सफलता ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भारत चिकित्सा सेवाओं में विश्व स्तर पर अग्रणी बनता जा रहा है। अत्याधुनिक उपकरणों, अनुभवी विशेषज्ञों और किफायती इलाज के कारण भारत अब मेडिकल टूरिज्म का ग्लोबल हब बन रहा है। विदेशों से बड़ी संख्या में मरीज यहां आकर उपचार करा रहे हैं।

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