उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा पहुंचे राज्य मंत्री वाईपी सिंह:l, बोले ,” प्रोजेक्ट के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता नहीं” समय से पूरा करे निर्माण
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा पहुंचे राज्य मंत्री वाईपी सिंह:l, बोले ," प्रोजेक्ट के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता नहीं" समय से पूरा करे निर्माण

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। नोएडा में शनिवार को यूपीसिडको के अध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री वाईपी सिंह पहुंचे। उनकी एक अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन शक्ति सदन गेस्ट हाउस सेक्टर 38 में किया गया। बता दे उत्तर प्रदेश स्टेट कंस्ट्रक्शन एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (यूपीसिडको) द्वारा जेवर के देयोरार में समाज कल्याण विभाग के जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय एवं स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के उप निबंधन कार्यालय का निर्माण किया जा रहा है। बैठक में दोनों परियोजना की समीक्षा की गई।
इस दौरान यूपीसिडको, समाज कल्याण विभाग , स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यूपीसिडको के अधिकारियों द्वारा दोनों निर्माण परियोजनाओं की वर्तमान प्रगति की बिंदुवार जानकारी दी गई। समीक्षा के बाद वाईपी सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ये दोनों परियोजनाएं जनपद की प्रमुख और जनहित से जुड़ी हुई हैं। इनके समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन से क्षेत्रवासियों को व्यापक लाभ होगा।
निर्माण में गुणवत्ता से समझौता नहीं
उन्होंने कहा कि कार्य को समय से पूरा किया जाएगा। इसके निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। यदि किसी प्रकार की बजट संबंधी बाधा आती है , तो संबंधित विभाग शासन को तत्काल सूचना उपलब्ध कराये। उन्होंने आश्वासन दिया कि बजट की समस्या होने पर शासन स्तर से शीघ्र समाधान किया जाएगा। यह भी निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारी परियोजनाओं की गंभीरता को समझते हुए, मानकों के अनुरूप कार्यों को पूर्ण करें। इसके साथ ही, समाज कल्याण विभाग व स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के अधिकारियों को अपने-अपने विभाग की परियोजना की सतत निगरानी करने के निर्देश दिए गए।
छात्रावास का निर्माण जल्द
उन्होंने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, दनकौर, दादरी एवं जेवर में छात्रावास का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को निजी विद्यालयों के समकक्ष सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में समानता सुनिश्चित की जा सके।