
नई दिल्ली, 7 मई : पाकिस्तान पर आधी रात को भारत का हमला पिछले दो हमलों से बड़ा है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पीओके और पाकिस्तान के पंजाब में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमले करके भारत ने ना सिर्फ अपनी ताकत दिखाई है। बल्कि दुश्मनों को कड़ा संदेश भी दिया है कि भारत अपनी जमीन पर होने वाली किसी भी आतंकी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह पाक पोषित आतंकी ठिकानों पर भारत का जबरदस्त हमला है।
यह बातें वीर चक्र से सम्मानित कर्नल (से.नि.) तेजेन्द्र पाल त्यागी ने बुधवार को कहीं। उन्होंने कहा ,सेना ने पाकिस्तान की वायु सीमा का उल्लंघन किए बिना आतंकियों के लांच पैड को मिसाइल के जरिए बर्बाद कर दिया है। इस बार सभी हमलों की सीमा लगभग 100 किलोमीटर तक बढ़ गई है। सीमा के 8-10 किमी के पास तक के आतंकी शिविरों को भी कुचल दिया गया है। सिर्फ पीओके ही नहीं बल्कि पाकिस्तान की मुख्य जमीन पर मौजूद आतंकी ठिकानों को भी तबाह किया गया है। इस हमले में आतंक के सरगना मसूद अजहर के परिवार के चौदह सदस्य मारे गए हैं। जिसके चलते अब उसके भी सुर बदल गए हैं। वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री भी अब एक अलग भाषा में बात कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर भारत और आगे नहीं बढ़ता है तो वे अपनी तरफ से जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे।
हालांकि भारत के पास सारे विकल्प खुले हुए हैं। उधर लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान की लगातार गोलीबारी युद्ध विराम संबंधी नियमों का उल्लंघन कर रही है। भारत की तरफ से इसे हमला मानकर जवाबी कार्रवाई की जा सकती है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आतंकियों को पालने-पोसने का काम खुद आईएसआई कर रही है। जो कि पाकिस्तानी सेना द्वारा संचालित होती है। आतंकी संगठन लश्करे तैयबा के मुखौटे द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने पहले पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन बाद में वह डर के मारे पलट गया। पाकिस्तान आज ऐसी हालत में नहीं है कि वह भारत पर जवाबी हमला कर सके। पाकिस्तान पहले ही अपनी लगाई आग में जल रहा है, बलूचिस्तान के लोग पाक के खिलाफ है। पीओके के लोग पाक के खिलाफ हैं। यही नहीं पड़ोसी देश अफगानिस्तान में मौजूद तालिबान भी पाकिस्तान के खिलाफ है। ऐसी स्थिति में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।
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